चंदौली। कहानी थोड़ी फिल्मी लग सकती है। फोन पर बात करते-करते प्यार हो गया। तीन साल रिलेशनशिप में रहने के बाद जब प्रेमिका ने शादी का दबाव बनाया तो प्रेमी साफ मुकर गया। इसके बाद प्रेमिका सीधे थाने पहुंच गई। पुलिस ने कार्रवाई का भय दिखाया तो युवक और उसके परिवार वाले शादी को राजी हो गए। थाना परिसर में ही हनुमान मंदिर के सामने दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई और प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भर कर पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया। अब पूरे मामले को विस्तार से जानते हैं।
फोन से हुआ प्यार प्रेमी ने शादी से कर दिया इंकार
पंचकोशी वाराणसी के रहने वाले सोहनलाल सोनकर और अलीनगर थाना क्षेत्र के महेवा निवासी रामचंद्र सोनकर के बीच अच्छी जान-पहचान थी। दोनों का एक दूसरे के यहां आना-जाना था। इसी बीच सोहनलाल सोनकर की 21 वर्षीय पुत्री काजल और रामचंद्र के 23 वर्षीय पुत्र सुभाष को एक दूसरे का मोबाइल नंबर मिल गया। फोन पर बात करते-करने दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। तीन साल रिलेशनशिप में भी रहे। सुभाष काजल को शादी का ख्वाब भी दिखाता रहा। पिछले कुछ दिनों से काजल शादी का दबाव बनाने लगी थी। धीरे-धीरे सुभाष शादी से मुकर गया। दोनों परिवारों के बीच बातचीत भी हुई लेकिन बात बन नहीं पाई। ऐसे में युवती अलीनगर थाने पहुंच गई और युवक सुभाष के खिलाफ तहरीर दे दी। महिला थाना प्रभारी और अलीनगर इंस्पेक्टर शेषधर पांडेय ने युवक और उसके परिवार को बुलाया। समझाने के साथ कार्रवाई का भय भी दिखाया, जिसके बाद युवक शादी के लिए तैयार हो गया। थाना परिसर स्थित हनुमान मंदिर में परिजनों और पुलिस की की मौजूदगी में दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई और सुभाष काजल का ब्याह कर अपने घर ले गया।