प्रशासन एवं पुलिसराज्य/जिलावाराणसी

वाराणसी में 22 दिन बाद शुरू हुआ नौकायन, नावों में सुरक्षा उपकरण जरूरी

वाराणसी। गंगा के जलस्तर में गिरावट आने के साथ ही 22 दिन बाद मंगलवार की सुबह से नौकायन फिर शुरू हो गया। नाविकों को कहा गया है कि नाव की क्षमता से ज्यादा सवारी वह नहीं बैठाएंगे। नाव में लाइफ जैकेट, ट्यूब जैसे सुरक्षा उपकरण उन्हें हर हाल में रखना ही होगा। इसके साथ ही कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा। जल पुलिस के निरीक्षण में यदि नावों में सुरक्षा उपकरण नहीं मिलेंगे तो नाविक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि गंगा में आई बाढ़ के कारण 2 अगस्त को नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। गंगा का जलस्तर अब चेतावनी बिंदु से लगभग 7 मीटर नीचे आ गया है। इसलिए सोमवार को नाविक समाज के लोगों के साथ ही समाजवादी पार्टी के नेताओं ने जिला प्रशासन और पुलिस से मांग की थी कि नाविकों की रोजी-रोटी देखते हुए उन्हें नाव संचालन की अनुमति दे दी जाए। वह सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखेंगे। उनकी मांग पर विचार करते हुए देर शाम जिला प्रशासन ने मंगलवार की सुबह से गंगा में नाव संचालन की अनुमति दे दी। इसे लेकर नाविक समाज के लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस का आभार जताया। एसीपी दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि नाविक समाज के लोगों को समझाया गया है कि सूर्यास्त के बाद नावें गंगा में नहीं चलेंगी। नाव में सवार होने वाले लोगों की सुरक्षा का ध्यान नाविकों को रखना होगा और जरूरी उपकरण भी हर हाल में रखने होंगे। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नाविकों को करना होगा और इसके लिए नाव में सवार होने वाले यात्रियों को भी समझाना होगा। नौकायन के दौरान नाव में खड़े होकर कोई सेल्फी नहीं लेगा। जल पुलिस गंगा में चक्रमण कर नावों में सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता की चेकिंग करेगी।

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