
चंदौली। इस बार लोकसभा चुनाव में इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम (ई-एसएमएस) निर्वाचन आयोग का हथियार बनेगा। इसके जरिये न सिर्फ प्रत्याशियों के चुनावी खर्च की निगरानी होगी, बल्कि यह आदर्श आचार संहिता का अनुपालन कराने में भी कारगर साबित होगा। प्रशासन को सूचना मिलने के 100 मिनट के अंदर शिकायतों का निस्तारण करना होगा।
निर्वाचन आयोग चुनाव के दौरान प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की गतिविधियों की निगरानी और शांतिपूर्ण व पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के लिए ई-एसएमएस का इस्तेमाल कर रहा है। आदर्श आचार संहिता लागू होने के दौरान यदि उड़ाका दल की टीमें कैश, शराब, ड्रग्स कीमती धातु अथवा अन्य वस्तुओं की जब्ती करेंगी तो उसका रिकार्ड इस एप्लिकेशन के माध्यम से अपडेट किया जाएगा। वहीं प्रत्याशियों की ओर से मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए धन, बल और चुनावी प्रलोभन पर भी नजर रखी जा सकेगी। दरअसल, चुनाव की निगरानी के लिए आयोग 22 एजेंसियों की मदद ले रहा है। ऐसे में समेकित रिपोर्ट प्राप्त करने के उद्देश्य से इस सिस्टम को लांच किया गया है। इसके माध्यम से निर्धारित प्रारूप पर रिपोर्ट की डेटा फीडिंग की जा सकेगी। वहीं एजेंसियों की ओर से गलत डेटा एंट्री करने की आशंका भी नहीं रहेगी। सबसे अहम कि इस पर अपलोड होने वाली रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन आयुक्त तक पहुंचेगी। ऐसे में गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं है।