
चंदौली। जिले के धरौली गांव निवासी कुशल सिंह ने मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित फीबा एशिया कप अंडर-17 प्रतियोगिता में देश के लिए रजत पदक जीता। पहली बार भारत अंडर-17 के फाइनल में पहुंचा। कुशल के शानदार प्रदर्शन के चलते न सिर्फ उनके घरवाले गदगद हैं, बल्कि पूरे जिले में हर्ष का माहौल है। उनकी इस उपलब्धि पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।
पहली बार भारतीय टीम ने बास्केटबाल के किसी भी वर्ग में एशिया कप के फाइनल तक का सफर तय किया है। कुशल सिंह को हाल ही में आयोजित अंडर-16 के फीबा एशिया बास्केटबाल प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर अंडर-17 टीम में शामिल किया गया। कुशल वाराणसी के उदय प्रताप कालेज के बास्केटबाल के प्रशिक्षु हैं। उनकी सफलता से पिता नीरज सिंह काफी गदगद हैं। उनका परिवार वाराणसी में रहता है। उन्होंने बताया कि कुशल बचपन से ही बॉस्केटबाल के खेल में रुचि रखते हैं। कालेज के दिनों से ही अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन से लगातार आगे बढ़ते गए।