
चंदौली। आईसीआईसीआई बैंक से नकली सोने के एवज में लिए गए लोन मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। बैंक की सैयदराजा और मुगलसराय शाखा से कुल 19 लोन लिए गए हैं। 14 लोन सैयदराजा शाखा से जबकि पांच लोन मुगलसराय शाख से लिए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बैंक के अधिकृत सोनार शिवम वर्मा और बैंक के गोल्ड लोन काउंसलर किशन सिंह की भूमिका सबसे अधिक संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस इस मामले में गंभीरता से विवेचना कर रही है।
मुगलसराय शाखा में भी गिरवी रखा गया नकली सोना
विगत एक वर्ष पहले सैयदराजा क्षेत्र के ऋषभ सिंह और बिहार के हैदर इदरिश सहित कुछ लोगों ने आईसीआईसीआई बैंक की सैयदराजा शाखा से सोने के एवज में लोन लिया। बैंक ने अपने अधिकृत सोनार शिवम वर्मा से सोने की जांच कराई तो उसके सोने को पास कर दिया। इसके बाद बैंक ने 61 लाख 75 हजार 444 रुपये का लोन दे दिया। लोन दिलाने में बैंक के गोल्ड लोन काउंसलर किशन सिंह की भूमिका रही। कुछ दिन पहले बैंक के आडिटर कमल किशोर ने सैयदराजा शाख का दौरान किया और गिरवी रखे गए सोने की जांच कराई तो सोना नकली निकला। इसके बाद बैंक कर्मचारियों में खलबली मच गई। बैंक प्रबंधक संजय पांडेय की तहरीर पर सोनार सहित लोन लेने वाले तीन ग्राहकों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। इस मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है नए खुलासे होते जा रहे हैं। जांच में पता चला है कि नकली सोने के एवज में सैयदराजा शाखा से 14 जबकि मुगलसराय शाखा से पांच लोन लिए गए हैं। बैंक से जुड़े गोल्ड लोन काउंसलर किशन सिंह और सोनार शिवम वर्मा को पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। एएसपी विनय सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।