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Health Bulletin : सावधान ! बारिश में आई फ्लू का खतरा, तेजी से बढ़ रहे मरीज, बच्चों में भी फैल रहा संक्रमण, ऐसे करें बचाव

चंदौली। मौसम में बदलाव के साथ मौसमी बीमारियां पांव पसारती हैं। इस बार बारिश के मौसम में सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ ही आई फ्लू का खतरा बढ़ा है। इसके मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। हरिओम हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर चंदौली के संचालक डॉ. विवेक सिंह ने बताया कि बारिश के बीच आई फ्लू का खतरा बढ़ गया है। अचानक लोग आई फ्लू का शिकार हो रहे हैं। बीते एक हफ्ते में मरीजों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। आंख में दिक्कत होने पर घरेलू उपचार की बजाय तत्काल चिकित्सक को दिखाएं।

Dr. Vivek singh

क्या है आई फ्लू या कंजनटिन वायटिस
डॉ विवेक सिंह ने बताया कि आई फ्लू या कंजनटिन वायटिस तेजी से फैलने वाली बीमारी है और वायरस डिसीज है। डॉक्टरों के मुताबिक प्रभावित मरीज के मामूली संपर्क में आने के बाद ही यह बीमारी दूसरे व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले लेती है और बहुत तेजी से लोगों के बीच अपना असर दिखाती है।

डॉक्टरों ने दी सलाह
इस बीच बच्चों में तेजी से फैलते आई फ्लू को लेकर डॉक्टरों ने सलाह दी है कि आई फ्लू से प्रभावित बच्चों को स्कूल न भेजा जाए। अन्यथा ये बच्चे दूसरे बच्चों को बीमारी फैला सकते हैं। डा विवेक सिंह ने बताया कि प्रभावित लोग घबराएं नहीं, बल्कि सावधानी बरतें और उचित इलाज कराएं।

क्या हैं इसके लक्षण-

  • आई फ्लू में आंखें लाल हो जाती हैं।
    – आंखों से पानी आने लगता है।
    – तेज जलन होती है।
    – पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होने लगता है।
    – आंखों में चुभन होती है और सूजन जाती है
    – तेज दर्द होता है।
    – आंखों में खुजली भी होती है।
    – इंफेक्शन अधिक बढ़ जाने पर आंखों में हेमरेज, किमोसिज हो जाता है पलकों में सूजन आ जाती है।

आई फ्लू से बचाव के उपाय-

– पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहने
– टीवी या मोबाइल से दूरी बनाएं
– आंखों को बार-बार छूने से बचें
– इन्फेक्शन से बचने के लिए बारिश से बचें
– आंखों को गुनगुने पानी से क्लीन करें
– आंखों को साफ करने के लिए साफ और सूती कपड़े का इस्तेमाल करें
– आई फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

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