
जय तिवारी की रिपोर्ट
चंदौली। अलीनगर थाना क्षेत्र के धरना गांव में जिम संचालक अरविंद यादव उर्फ बिंदु की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप कभी अरविंद के जिगरी दोस्त रहे सिकटिया गांव के श्याम सिंह यादव उर्फ कल्लू और उसके भाई रामलखन यादव पर लगा रहा है। एक समय था जब अरविंद और कल्लू करीबी दोस्त हुआ करते थे। इस स्टोरी में हम आप को बताएंगे कि कैसे दोनों की दोस्ती कट्टर दुश्मनी में बदली और अरविंद यादव की मौत की वजह बनी।

फिल्मी स्टाइल में हत्या, दोस्ती से दुश्मनी तक की कहानी
अरविंद यादव और श्याम सिंह यादव कल्लू के बीच दोस्ती से दुश्मनी की वजह जानने के लिए आपको 3 साल पीछे चलना होगा। नवंबर 2021 में सिकटिया गांव निवासी विशाल पासवान की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी जाती है। इस मामले में कल्लू उसके भाई राम लखन सहित तकरीबन आठ लोगों को पुलिस पकड़कर जेल भेज देती है। कल्लू का करीबी मित्र अरविंद यादव उसके और भाइयों के जेल जाने के बाद मददगार के रूप में सामने आता है। कल्लू के सरेंडर से लेकर केस लड़ने और जमानत तक की जिम्मेदारी उठता है। लेकिन इसके बदले कल्लू की मां के नाम हाईवे पर खुले ढाबे का हिसाब किताब भी अरविंद ही रखने लगा। विशाल पासवान हत्याकांड के आरोपी लगभग ढाई साल जेल में रहे। इस बीच अरविंद यादव ने अच्छी खासी प्रॉपर्टी भी बना ली। तकरीबन डेढ़ महीने पहले कल्लू उसका भाई राम लखन और अन्य आरोपी जमानत पर रिहा होकर जेल से बाहर आए। बाहर निकलते ही कल्लू ने अरविंद से ढाबे के पैसे और साथ में किए गए प्रॉपर्टी के काम के पैसों का हिसाब किताब मांगना शुरू किया। सूत्रों की माने तो अरविंद हिसाब देने में टालमटोल कर रहा था। बस यहीं से दोनों के बीच कड़वाहट बढ़नी शुरू हो गई। सूत्रों के अनुसार कल्लू अपने भाई राम लखन और पांच अन्य साथियों के साथ सोमवार की रात अरविंद के डिहवा गांव स्थित घर पहुंचा। वहां उसके भाई ने बताया कि अरविंद घर पर नहीं है। इसके बाद सभी बदमाश गाली गलौज करते हुए अरविंद के जिम की तरफ चल दिए। छोटे भाई ने फोन कर अरविंद को यह बात बताई और उसे सतर्क किया। जिम पर पहुंचते ही बदमाशों ने अरविंद की थार गाड़ी पर दो-तीन फायर झोंक दिए और ललकारते हुए अरविंद को जिम से बाहर आने को कहा। अरविंद के पिता भी उस समय जिम में ही मौजूद थे वह बाहर निकले और बदमाशों को समझने का प्रयास किया। लेकिन कल्लू और उसके साथियों के सिर पर तो खून सवार था। कल्लू ने अरविंद के पिता के सीने पर कट्टा सटा दिया और बाहर नहीं आने पर पिता को गोली मारने की धमकी दी। अरविंद यादव जैसे ही बाहर निकाल बदमाशों ने बिना कुछ बात किया 312 बोर देसी तमंचे से अरविंद के सिर पर गोली मार दी। गोली लगते ही अरविंद गिर पड़ा और मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद बदमाशों ने दो-तीन राउंड फायरिंग की और भाग निकले। बहरहाल इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पुलिस बदमाशों के पीछे लग गई है। अपराधियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।