
चंदौली। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के क्रम में चंदौली पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। बलुआ पुलिस ने नकली नोटों से लोगों को ठगने वाले एक अंतरजनपदीय गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में नकली नोटों की गड्डियां (चूरन नोट), असली नोट, मोबाइल फोन और दो मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं।
पुलिस टीम ग्राम रमौली क्षेत्र में मौजूद थी कि इसी दौरान सूचना मिली कि कुछ लोग नकली नोटों के जरिए ठगी करने की फिराक में हैं और टेढ़ी पुलिया नहर के पास पहुंचने वाले हैं। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने टेढ़ी पुलिया के पास पहुंचकर घेराबंदी की। कुछ ही देर में दो मोटरसाइकिलों पर चार संदिग्ध व्यक्ति आते दिखे, जिन्हें रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वे भागने लगे।
तत्परता दिखाते हुए पुलिस टीम ने उन्हें पकड़ लिया। आरोपितों की पहचान अरविंद राजभर पुत्र नंदु राजभर, निवासी सराय, थाना देवगांव, जनपद आजमगढ़, सरताज आलम पुत्र सहरे आलम, निवासी कस्बा धानापुर, थाना धानापुर, पवन यादव पुत्र मूलचंद यादव, निवासी सिपांवा मुस्तफाबाद, थाना सैदपुर, जनपद गाजीपुर, अब्दुल बुरूज पुत्र अब्दुल बाकी, निवासी काजी सहदुल्लापुर, थाना जैतपुरा वाराणसी के रूप में हुई।
उनके पास से 58 गड्डी 200 मूल्य के नकली ‘चूरन’ नोट, 4 असली 200 के नोट, 4 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, होंडा सीबी साइन बाइक (UP65BP6629), हीरो स्प्लेंडर प्लस बाइक (UP65FC3280) बरामद की गई। आरोपितों ने बताया कि वे लोग असली नोटों के बीच में नकली चूरन नोट लगाकर लोगों को ठगने का काम करते हैं। पहले कुछ असली नोट देकर लोगों को झांसे में लेते हैं और विश्वास में लेने के बाद उन्हें पूरी गड्डी सौंपते हैं, जिसमें ऊपर और नीचे असली नोट और बीच में चूरन नोट होते हैं। पूरी गड्डी को पारदर्शी टेप से सील कर देते हैं, जिससे लोग मौके पर नोट नहीं खोल पाते और वे आसानी से भाग निकलते हैं। यदि ठगी सफल होती, तो उन्हें कुल रकम का 30 फीसदी कमीशन मिलता।
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ बलुआ थाना पर मुकदमा अपराध संख्या 172/2025 अंतर्गत धारा 318(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम में डॉ. आशीष कुमार मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक,उपनिरीक्षक अमित कुमार मिश्रा, चौकी प्रभारी मोहरगंज, उपनिरीक्षक अमित सिंह, चौकी प्रभारी मारूफपुर, हेड कांस्टेबल उपेंद्र सिंह, कांस्टेबल रमेश चौहान और कांस्टेबल अल्ताफ अहमद शामिल रहे।