
चंदौली। भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेजे गए सकलडीहा कोतवाली के नईबाजार चौकी के दारोगा और आरक्षी की मुश्किलें अभी और बढ़ने वाली हैं। एसपी अंकुर अग्रवाल ने दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के साथ विभागीय कार्रवाई के लिए सीओ सकलडीहा को जांच सौंपी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फिलहाल एसपी ने उस खाते को भी सीज करा दिया है जिसमें पेटीएम के जरिए पैसा भेजा गया था।
सकलडीहा कोतवाली के नईबाजार चौकी के प्रभारी भूपेश कुशवाहा और आरक्षी विनय यादव ने अपनी हरकतों से महकमे का दामन दागदार कर दिया। दोनों पर ट्रक चालक को डरा धमकाकर एक लाख रुपये अवैध वसूली करवाने का आरोप है। हालांकि एसपी ने सख्त कदम उठाते हुए न सिर्फ दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया बल्कि गिरफ्तार कर जेल भी भिजवा दिया। दरअसल कोलकाता से मछली की नर्सरी लेकर हरियाणा जा रहे ट्रक चालक को कार सवार लोगों ने रोक लिया। खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर एक लाख रुपये अपने पेटीएम में मंगा लिए। ट्रक मालिक की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। जांच में पता चला कि चौकी प्रभारी भूपेश कुशवाहा और आरक्षी विनय यादव के कहने पर ट्रक चालक को डरा धमकाकर वसूली की गई थी। दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
एसपी उठाएंगे सख्त कदम
एसपी अंकुर अग्रवाल ने पूर्वांचल टाइम्स को बताया कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सीओ सकलडीहा की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया कि उस बैंक खाते को भी सीज करा दिया गया है जिसमें पेटीएम के जरिए ट्रक मालिक से पैसा मंगाया गया था। पैसा वापस दिलाने के लिए कोर्ट की प्रक्रिया का पालन करना होगा।