
चंदौली। चकिया उपकेंद्र से जुड़े उतरौत फीडर की हालत खस्ताहाल है। घंटों बिजली कटौती से उमस भरी गर्मी में जहां उपभोक्ता परेशान है, वहीं धान की रोपाई के सीजन में किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी अंधाधुंध हो रही बिजली कटौती के लिए कभी लोकल फाल्ट तो कभी रोस्टर की कटौती का हवाला देकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं। लोग क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य, बीजेपी जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह समेत जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला। ऐसे में दर्जनों गांवों की जनता अघोषित बिजली कटौती की गंभीर समस्या से जूझने को विवश है।
शासन स्तर से ग्रामीण इलाकों में कम से कम 18 घंटे आपूर्ति का आदेश है, लेकिन उतरौत फीडर पर बिजली व्यवस्था ध्वस्त है। पिछले तीन दिनों से समस्या और गंभीर हो गई है। कभी तार टूटने, तो कभी डिस्क की खराबी तो कभी केबल बाक्स जलने की बात कहकर घंटों कटौती की जा रही है। बिजली उपभोक्ताओं की मानें तो चार-छह घंटे नदारद रहने के बाद बिजली आ भी रही है तो एक घंटे में दर्जनों बार ट्रिपिंग हो रही है। दिन तो दिन रात में भी घंटों बिजली गुल रहती है। वहीं लो-वोल्टेज की समस्या ने परेशानी और बढ़ा दी है।
कृषि प्रधान जनपद में किसान इस समय धान की रोपाई में जुटे हैं। पिछले तीन-चार दिनों में तेज बारिश नहीं हुई। ऐसे में किसान पूरी तरह से नलकूप और नहरों पर निर्भर हैं। इस दौरान बिजली कटौती से उन्हें तमाम तरह की मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या यह कि स्थानीय उपकेंद्र पर नियुक्त एसडीओ और जेई भी उपभोक्ताओं को सही जवाब नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में बिजली की समस्या से जूझ रहे लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता ने कहा कि समस्या संज्ञान में आने के बाद एसडीओ और जेई को निर्देशित किया गया है। जल्द समस्या का समाधान बिजली आपूर्ति सुचारू की जाएगी।