
चंदौली। जिले में जल जीवन मिशन के तहत संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इसमें जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने परियोजनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मैनपावर बढ़ाकर परियोजना व कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। वहीं हर सप्ताह जल जीवन मिशन के प्रगति की समीक्षा की बात कही।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के कार्यों की गति और गुणवत्ता पर विशेष चिंता जताई और निर्देशित किया कि सभी योजनाओं को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाए। उन्होंने कहा कि मैनपावर बढ़ाकर कार्यों में तेजी लाई जाए, ताकि आम जनता को शीघ्र लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि अब जल जीवन मिशन की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी और लापरवाही या विलंब को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी संसाधनों के प्रभावी उपयोग पर बल दिया। इसके अंतर्गत जियो टैगिंग, ऑनलाइन प्रगति रिपोर्टिंग और फील्ड निरीक्षण जैसे उपायों को अनिवार्य करने की बात कही गई। मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं ने निर्देश दिए कि जूनियर इंजीनियर हर निर्माण स्थल का निरीक्षण करें और वहां की फोटो जियो टैगिंग के साथ अपलोड करना सुनिश्चित करें, जिससे कार्य की प्रामाणिकता सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि जो कार्यदायी संस्थाएं कार्य में ढिलाई बरतेंगी या गुणवत्ता से समझौता करेंगी, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें उन्हें ब्लैकलिस्ट करना भी शामिल है। सीडीओ ने कहा कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है और यह लक्ष्य तभी पूरा हो सकता है जब सभी विभाग समन्वित और जवाबदेह ढंग से कार्य करें। उन्होंने इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने के लिए अधिकारियों से पूरी निष्ठा से कार्य करने का आह्वान किया।