
चंदौली। बबुरी थाना क्षेत्र के बुधवार गांव में भारी बारिश ने जर्जर कच्चा मकान अचानक धराशायी हो गया। इससे मकान में सो रहे पिता-पुत्र की मलबे में दबने से मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे से कोहराम मच गया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार गांव निवासी शिवमूरत (65 वर्ष) उनके पुत्र जय हिंद (35 वर्ष) कच्चे मकान में सो रहे थे। बारिश के चलते मकान जर्जर हो चुका था। रात में अचानक मकान धराशायी हो गया और पिता-पुत्र मलबे में दब गए। मकान गिरने की तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक पिता-पुत्र की सांसें थम चुकी थीं।
ग्रामीणों ने तुरंत घटना की सूचना बबुरी पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से मलबा हटाकर शवों को बाहर निकाला। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। ग्रामीणों के अनुसार, मकान काफी पुराना और जर्जर हालत में था। पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के कारण दीवारों में दरारें आ चुकी थीं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण परिवार इसकी मरम्मत नहीं करा सका।
हादसे के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उनका रो-रोकर बुरा हाल रहा। गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और पुनर्वास की तत्काल व्यवस्था करने की मांग की है। लोगों का कहना रहा कि प्रशासन को ऐसे जर्जर मकानों का सर्वे कराकर संबंधित को आवास योजना का लाभ देना चाहिए, ताकि इस तरह के हादसे न होने पाए।