
चंदौली। मुगलसराय तहसील में फैले भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के खिलाफ बुधवार को सिविल बार एसोसिएशन चंदौली के अधिवक्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री से मांग की कि मुगलसराय तहसील को वर्तमान स्थान बिलारीडीह से हटाकर मुगलसराय नगर या अलीनगर-पचफेड़वा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थानांतरित किया जाए।
अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने कहा कि मुगलसराय तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है। तहसीलदार और एसडीएम की मिलीभगत से रात में प्लॉटर्स के दाखिल-खारिज किए जाते हैं, जबकि आम जनता और अधिवक्ताओं के कार्यों में जानबूझकर बाधा डाली जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि तहसीलदार और पेशकार खुलेआम रिश्वत लेकर कार्य निपटाते हैं।
पूर्व अध्यक्ष विजय साहू ने कहा कि खतौनी और दाखिल-खारिज के कार्यों में 10-10 हजार रुपये तक की रिश्वत ली जाती है। वहीं, पूर्व महामंत्री वीरेंद्र प्रताप सिंह ‘दाढ़ी’ ने बताया कि खतौनी निकालने के लिए भी 100 रुपये वसूले जाते हैं और सर्वर डाउन बताकर अवैध उगाही की जाती है।
उन्होंने कहा कि जमानत के लिए खतौनी निकालने में देरी होने से कई मुल्जिम जेल में फंसे रहते हैं। अधिवक्ताओं का आरोप है कि उप जिलाधिकारी मुगलसराय प्लॉटर्स से लाखों रुपये लेकर केवल उनके ही काम करते हैं और अवैध कब्जों को बढ़ावा देते हैं।
अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
इस दौरान एस.पी. मिश्रा, घनश्याम तिवारी, गुलाब चंद्र, राशिद खान, नंदकुमार सिंह, अमित उपाध्याय, ललित शर्मा, विनोद राठौड़ सहित कई अधिवक्ता उपस्थित रहे।