
चंदौली। चंदौली जिले के बगही कुंभापुर गांव में एक दशक पुराना ज़मीनी विवाद न्यायपालिका के आदेशों और प्रशासनिक निष्क्रियता के बीच फंसा हुआ है। बैंक लोन चुकता न करने पर तहसील प्रशासन की ओर से कुर्क की गई जमीन पर कब्जाकर खेती की जा रही है। इस मामले को लेकर अधिवक्ता शैलेंद्र पांडेय कवि के नेतृत्व में भू-स्वामी राधेश्याम चौबे व पीड़ित पक्ष ने जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग से मुलाकात की। डीएम ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
राधेश्याम चौबे को यह जमीन उनके दत्तक पिता से प्राप्त हुई थी। उन्होंने एचडीएफसी बैंक से ऋण लिया था, जिसे समय पर चुकता न करने पर उनकी जमीन कुर्क हो गई थी। हालांकि बाद में उन्होंने हाईकोर्ट से स्थगन आदेश (स्टे) प्राप्त कर लिया। इसके बावजूद, प्रमोद सिंह नामक व्यक्ति ने इस जमीन पर कब्जा जमा रखा है और खुलेआम खेती कर रहा है।
स्थिति तब और गंभीर हो गई जब पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि तहसील प्रशासन के कुछ अधिकारी इस अवैध कब्जे को संरक्षण दे रहे हैं। यह मामला अब केवल एक ज़मीन विवाद नहीं, बल्कि न्यायिक व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता की परीक्षा बन चुका है। अधिवक्ता शैलेन्द्र पांडेय ने बताया कि डीएम से मुलाकात कर मामले की निष्पक्ष जांच और अवैध कब्जा हटाने की मांग की। डीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।