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Chandauli News : चंदौली पीडब्ल्यूडी में टेंडर मैनेज करने का खेल, चहेते ठेकेदारों को मिल रहा काम, सांसद ने लोकसभा में उठाई आवाज, बोले न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे

चंदौली। जिले में पीडब्ल्यूडी में टेंडर मैनेज करने का खेल चल रहा है। इसकी शिकायत रावर्ट्सगंज सांसद छोटेलाल खरवार ने की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अपने चहेते ठेकेदारों को काम दिया जा रहा है। टेंडर प्रक्रिया को मनमाने तरीके से ऑफलाइन करवा कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सांसद ने इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया। वहीं विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सभी टेंडर निरस्त कर निष्पक्ष ऑनलाइन निविदा प्रक्रिया लागू नहीं की गई, तो वे न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल करेंगे।

 

ऑनलाइन टेंडर के निर्देश के बावजूद मनमानी

सांसद ने आरोप लगाया कि चकिया विधानसभा के 50 निर्माण कार्यों सहित जिले में अन्य विकास कार्यों के लिए अधिशासी अभियंता द्वारा मनमानी तरीके से ऑफलाइन टेंडर प्रक्रिया कराई गई। यह तब हुआ जब उन्होंने पहले ही सभी टेंडर ऑनलाइन कराने की मांग की थी। इतना ही नहीं, लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष और वाराणसी परिमंडल के मुख्य अभियंता ने भी लिखित आदेश दिया था कि सभी टेंडर 100% ऑनलाइन कराए जाएं। इसके बावजूद, स्थानीय अधिकारियों ने आदेशों की अवहेलना करते हुए मनमानी तरीके से ऑफलाइन टेंडर जारी किए और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया।

 

सांसद का कहना है कि इस मनमानी प्रक्रिया के कारण विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है और गरीबों के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि तत्काल इन टेंडरों को निरस्त कर निष्पक्ष ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाए, अन्यथा वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।

 

वहीं, विभागीय सूत्रों का कहना है कि 10 लाख रुपये से अधिक के निर्माण कार्यों के लिए ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया अनिवार्य है, जबकि 10 लाख रुपये से कम की निविदाएं ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत कराई जाती हैं। इस प्रक्रिया में न्यूनतम बोली लगाने वाले को ही कार्य दिया जाता है। सांसद के आरोपों के बाद स्थानीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। यदि मामला न्यायालय तक जाता है, तो चंदौली जिले के लोक निर्माण विभाग के कामकाज की कड़ी जांच संभव है।

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