
चंदौली। चहनियां क्षेत्र के कल्यानपुर सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे रामलीला मंचन के सातवें दिन रविवार की रात सीता हरण प्रसंग का भव्य मंचन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु श्रीराम की आरती के साथ हुई।
लीला के दौरान दिखाया गया कि रावण माता सीता का हरण कर पुष्पक विमान से लंका ले जा रहा है। तभी गिद्धराज जटायु ने उन्हें बचाने के लिए रावण से युद्ध छेड़ दिया। दोनों के बीच भयंकर युद्ध हुआ, जिसमें रावण ने शिव से प्राप्त चन्द्रहास खड्ग से जटायु के पंख काट दिए। गंभीर रूप से घायल जटायु आकाश से गिर पड़े।
इसके बाद भगवान श्रीराम और लक्ष्मण जब जटायु से मिले तो उन्होंने सीता हरण का पूरा वृत्तांत सुनाया और प्राण त्याग दिए। प्रभु श्रीराम ने पिता के मित्र की पुत्रवत मानकर उनकी अंत्येष्टि की और माता सीता की खोज में निकल पड़े।
इस मंचन के दौरान व्यास अवधेश चौबे, अरुण कुमार, जयप्रकाश चौबे, मारकंडे पांडे, अशोक कुमार, घनश्याम सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और भक्त मौजूद रहे। दर्शकों ने भावुक दृश्यों का आनंद लेते हुए जोरदार तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।