
चंदौली। सकलडीहा तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा मोहब्बतपुर (गंजख्वाजा) में सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों की मूंग, उड़द और हरे चारे की फसल बर्बाद हो गई। नारायनपुर पंप कैनाल के मुसाखाड़ डिवीजन से निकली डिग्घी माइनर के हेड से सटे पूर्वी हिस्से में बना डवला वर्षों से क्षतिग्रस्त है, जिसकी मरम्मत अब तक नहीं की गई।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के युवा जिलाध्यक्ष रंकज सिंह ने बताया कि एक्सईएन, एसडीओ और जेई को इस विषय में कई बार लिखित सूचना दी गई, बावजूद इसके विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। हाल ही में माइनर में पानी छोड़े जाने से मोहब्बतपुर, गंजख्वाजा और लौंदा गांव के लगभग 50 एकड़ में लगी फसलें जलमग्न हो गईं। किसानों का भारी नुकसान हुआ है और पशुओं के लिए तैयार किया जा रहा हरा चारा भी पूरी तरह नष्ट हो गया।
वाराणसी मंडल महासचिव विभूति नारायण तिवारी ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं तभी सफल हो सकती हैं जब संबंधित विभाग सजग और जवाबदेह हों। लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी योजनाओं की सच्चाई को उजागर कर रहे हैं।
फसल डूबने से आक्रोशित किसानों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर किशोरी विश्वकर्मा, नखडू विश्वकर्मा, राजेंद्र, सूरजबली, आनंद, अजय, मनोज, संतोष, मुजम्मिल, मिसलहू, असीम, फहीम, तज्जन सहित कई किसान उपस्थित रहे।