
चंदौली। मुगलसराय तहसील में भ्रष्टाचार को लेकर अधिवक्ता मुखर हो गए हैं। मंगलवार को अपर जिलाधिकारी को एक पत्रक सौंपा। तहसील को ऐसी जगह स्थानांतरित करने की मांग की जहां लोग आसानी से पहुंच सकें।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि कागजात सही होने के बावजूद तहसीलदार जानबूझकर नामांतरण (खारिज दाखिल) की प्रक्रिया को उलझा रहे हैं। मामला प्यारे सिंह पुत्र संग्राम सिंह, निवासी ग्राम कूढकला का है, जिसने जनवरी 2024 में 0.0140 हेक्टेयर भूमि खरीदी थी। नामांतरण के लिए सभी आवश्यक प्रक्रियाएँ पूरी हो चुकी हैं और क्षेत्रीय लेखपाल की आख्या भी लगी है, फिर भी तहसीलदार प्रक्रिया में विलंब और हीलावाली कर रहे हैं। अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसीलदार केवल प्लाटरों का दाखिल खारिज करते हैं, जिससे तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मौके पर राघवेन्द्र प्रताप सिंह, राजेश मिश्रा, रमाकांत सिंह, वीरेंद्र प्रताप सिंह दाढ़ी सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे।

