- ट्रेन मैनेजर, तकनीशियन तीन रेलकर्मी, होमगार्ड और चालक की गई जान अचानक बिगड़ी तबीयत, रेलकर्मियों के शवों को कराया जा रहा पोस्टमार्टम डीएम ने दिलाया भरोसा मृत चालक के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
- ट्रेन मैनेजर, तकनीशियन तीन रेलकर्मी, होमगार्ड और चालक की गई जान
- अचानक बिगड़ी तबीयत, रेलकर्मियों के शवों को कराया जा रहा पोस्टमार्टम
- डीएम ने दिलाया भरोसा मृत चालक के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
चंदौली। जिले में गुरुवार को दो रेलकर्मियों समेत चार लोगों की मौत हो गई। रेलवे के ट्रेन मैनेजर, टेक्नीशियन, होमगार्ड व स्कूली वाहन चालक ने दम तोड़ दिया। चालक की मौत से आक्रोशित चालकों ने मुख्यालय स्थित नवीन मंडी के पास हंगामा और हाईवे पर चक्काजाम किया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत कराया। वहीं ट्रेन मैनेजर के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रेलकर्मियों ने भी हो-हल्ला मचाया।
पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के यार्ड में बृहस्पतितवार की शाम चार बजे अंकोढ़ा गया रूट से आ रही मालगाड़ी के गार्ड ब्रेक में ड्यूटी पर तैनात सासाराम पीरो निवासी ट्रेन मैनेजर सतीश रंजन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। मालगाड़ी के रुकने के बाद नीचे उतरते समय सतीश गश खाकर जमीन पर गिर पड़े। रहेलकर्मियों ने उन्हें लोको मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मामले की जानकारी देने के लिए यूनियन के पदाधिकारी सीएमएस को फोन करने लगे, लेकिन काफी देर तक उन्होंने फोन नहीं उठाया। यूनियन के लोग अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करने लगे। वहीं सूचना पाकर वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक मुहम्मद इकबाल, वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत सिंह सहित अन्य अअधिकारी भी पुहंच गए। घटना की सूचना मृतक के परिवार वालों को भी दी गई। इस संबंध में डॉ. केशव चंप्रमनारी ने बताया कि पहली नजर में ट्रेन मैनेजर की मौत हीट स्ट्रोक से हुई लगती है। बताया कि इलाज में लापरवाही नहीं की गई है। इसके अलावा प्लांट डिपो इंजीनियरिंग कारखाना में कार्य करते समय बृहस्पतिवार की दोपहर में टेक्निशियन राकेश कुमार के नाक से खून निकलने लगा और वह अचेत हो गए। सहकर्मी उन्हें उठाकर लोको मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पोलिंग पार्टियों को लेकर जाने के लिए अधिग्रहित किया गया स्कूली वाहन लेकर नवीन मंडी पहुंचे चालक की अचानक तबीयत बिगड़ी। उसे आननफानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। इसी दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मंडी पहुंचे अन्य वाहन चालक आक्रोशित हो गए। चालकों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान चक्काजाम कर दिया। आरोप लगाया कि भीषण गर्मी में पानी न मिलने की वजह से चालक की जान चली गई। सूचना के बाद जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे, एडीएम व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी ने समझाकर शांत कराया। भरोसा दिलाया कि मृत चालक के परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा। इसके अलावा सदर कोतवाली से ड्यूटी कर लौट रहे होमगार्ड की भी मौत हो गई। शहाबगंज के सेमरा निवासी बलवंत शर्मा (58 वर्ष) सदर कोतवाली में होमगार्ड थे। गुरुवार की दोपहर ड्यूटी करने के बाद घर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। घटना से महकमे में शोक व्याप्त हो गया। लू की वजह से मौतें बताई जा रही हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक हीट वेव से एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है।