
चंदौली। मुगलसराय के जीटी रोड स्थित प्राचीन काली माता मंदिर को स्थानांतरित किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। संघर्षरत लोगों ने रविवार को मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और प्रशासन के निर्णय का विरोध किया। अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने कहा कि यह मंदिर लगभग 150 वर्ष पुराना है और इसकी धार्मिक आस्था गहराई से जुड़ी हुई है। जैसे विधायक ने गुरुद्वारा को बचाने के लिए सड़क का मार्ग बदलवाया, वैसे ही अब काली मंदिर के लिए करें।
पाठक ने स्पष्ट किया कि मंदिर को सुभाष पार्क के पास स्थानांतरित करने की योजना पूरी तरह अनुचित है, क्योंकि वह भूमि पीडब्ल्यूडी की है और वहां मंदिर बनाना सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के विरुद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जब सभी धर्मस्थलों को बचाया जा रहा है तो काली माता मंदिर के साथ भेदभाव क्यों? छह लेन सड़क मंदिर के बगल से भी निकाली जा सकती है।
दुर्गेश पांडेय एडवोकेट ने कहा कि काली माता हमारी पहचान हैं और हम उन्हें स्थानांतरित नहीं होने देंगे। इस मुहिम में कई स्थानीय लोग और मंदिर ट्रस्ट के सदस्य शामिल हुए। सोमवार को काली मंदिर से सुभाष पार्क तक दुर्गा पाठ के साथ एक जुलूस भी निकाला जाएगा।
इस अवसर पर पिंटू सिंह, हिमांशु तिवारी और आशुतोष जायसवाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।