
वाराणसी/लखनऊ। वाराणसी में गंगा पर बने टेंट सिटी पर अब राजनीति शुरु हो गई है। विपक्ष नेता टेंट सिटी के निर्माण पर सवाल उठा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को टेंट सिटी से रिलेटेड एक ट्वीट किया, जिसके बाद ये सब शुरु हुआ। अखिलेश ने इसे गंगा में प्रदूषण से जोड़ते हुए सवाल उठाया है।
अखिलेश यादव ने सोमवार की रात टेंट सिटी को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा – ‘काशी की टेंट सिटी का कूड़ा-कचरा गंगा को प्रदूषित नहीं करेगा, इसे सुनिश्चित किए बिना संचालन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। वैसे कड़कड़ाती ठंड में गरीबों के लिए रैन बसेरे का भी निरीक्षण करना जरूरी होता है। भाजपा की राजनीति में गरीब नहीं हैं। उनपर नजर भी नहीं जाती है’।
काशी की ‘टेंट सिटी’ का कूड़ा-कचरा,गंदगी व अपविष्ट गंगा जी में जाकर प्रदूषण नहीं फैलायेगा, इसको सुनिश्चित किये बिना टेंट सिटी के संचालन की अनुमति न हो।
वैसे कड़कड़ाती ठंड में गरीबों के लिए रैन बसेरे का भी निरीक्षण करना ज़रूरी होता है। भाजपा की राजनीति में ग़रीब पर नज़र नहीं जाती।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 9, 2023
इधर, कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने भी घाटों पर गंदगी और गंगा में गिर रहे मलजल पर सवाल उठाया। अजय राय ने अस्सी से राजघाट के बीच पदयात्रा कर स्थानीय प्रशासन को उनकी कमियां गिनाई। कांग्रेस नेताओं की पदयात्रा के दौरान घाटों पर कहीं गंदगी, अव्यवस्था, घाटों की दरकती सीढ़ियां और कहीं गंगा में गिरता हुआ मलजल भी नजर आया। अजय राय ने कहा – मां गंगा के नाम पर छलावा किया जा रहा है। कुछ घाटों को छोड़कर बाकी घाटों की हालत दयनीय है।