
चंदौली। दो दिनों तक हुई झमाझम बारिश के बाद चंदौली में बांध ओवरफ्लो होने लगे हैं। वहीं गंगा भी उफान पर हैं। जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। ऐसे में जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। एहतियात के तौर पर मूसाखाड़ बांध से 25 हजार क्यूसेक पानी कर्मनाशा में छोड़ा गया है। जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग और एसपी आदित्य लांग्हे ने शुक्रवार को बांधों का निरीक्षण किया। इस दौरान हालात का जायजा लिया। वहीं जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
दो दिनों तक झमाझम बारिश हुई। इससे चकिया और नौगढ़ इलाके में स्थित बांध लबालब हो गए हैं। मूसाखाड़ बांध भी ओवरफ्लो होने लगा है। ऐसे में एहतियात के तौर पर बांध से 25 हजार क्यूसेक पानी कर्मनाशा में छोड़ा गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि फिलहाल 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे अधिक पानी छोड़ने पर निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने बताया कि गंगा में उफान को देखते हुए भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सकलडीहा और मुगलसराय तहसील के गंगा किनारे के इलाकों का दौरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से बाढ़ से निबटने के लिए सभी मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं। बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के साथ ही राहत शिविर भी स्थापित किए गए हैं। अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम लगातार निगरानी कर रही है।
चेतावनी बिंदु के करीब गंगा
गंगा इस समय उफान पर हैं। गंगा का जलस्तर गुरुवार को स्थिर होने के बाद घट रहा था, लेकिन रात में इसमें दोबारा वृद्धि शुरू हो गई थी। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार की सुबह गंगा का जलस्तर 5 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा था। गंगा का जलस्तर 69 मीटर से अधिक रिकॉर्ड किया गया, जो चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर से महज एक मीटर नीचे है। गंगा में खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है। बांधों के ओवरफ्लो और गंगा में उफान के चलते जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट है।