
चंदौली। जनपद के दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों की समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने की मंशा से जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग एवं मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत सांई ने नौगढ़ क्षेत्र का व्यापक भ्रमण किया। यह भ्रमण शासन की योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने और ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से किया गया।
पेयजल संकट पर त्वरित कार्रवाई
निरीक्षण की शुरुआत पण्डी गांव से हुई, जहां जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर पेयजल संकट की गंभीरता को समझा। उन्होंने मौके पर उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र की जरूरतों के अनुसार ठोस कार्ययोजना तैयार कर समाधान सुनिश्चित करें। खंड विकास अधिकारी को पेयजल व्यवस्था में लापरवाही के चलते फटकार लगाते हुए टैंकरों की संख्या तत्काल बढ़ाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पेयजल परियोजनाओं से संबंधित किसी भी प्रकार की फंडिंग, अनुमति या NOC में समस्या आती है, तो वे तत्काल उन्हें अथवा मुख्य विकास अधिकारी को अवगत कराएं।
डैम निरीक्षण और स्थायी जलापूर्ति पर जोर
इसके बाद जिलाधिकारी ने छानपातर और भैसोड़ा डैम का निरीक्षण किया। उन्होंने जल निगम के अधिशासी अभियंता अमित राजपूत और अधिशाषी अभियंता चंद्रप्रभा को निर्देश दिए कि आपसी समन्वय से भैसोड़ा डैम पर चल रही जल परियोजना को युद्धस्तर पर पूर्ण कर क्षेत्र में स्थायी जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए।
शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही पर सख्ती
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और सीडीओ ने प्राथमिक विद्यालय गोडटुटवा और मुसाहिबपुर का औचक निरीक्षण किया। गोडटुटवा विद्यालय में शिक्षामित्र और सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिले, जिस पर जिलाधिकारी ने दोनों के विरुद्ध नोटिस जारी करने और वेतन अवरुद्ध करने के निर्देश दिए। मुसाहिबपुर विद्यालय में मिड डे मील में लापरवाही और अध्यापन में उदासीनता पर प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक को कारण बताओ नोटिस देने को कहा गया। साथ ही, बेसिक शिक्षा अधिकारी को विद्यालयों की सघन मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए और खंड शिक्षा अधिकारी को कैंप कार्यालय तलब किया गया।
गोआश्रय स्थल का निरीक्षण
चकचूइयां स्थित गोआश्रय स्थल के निरीक्षण में हरे चारे की अनुपलब्धता और सुविधाओं की कमी पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और ग्राम पंचायत अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने निर्देश दिए कि गोआश्रयस्थलों की नियमित निगरानी हो और पशुओं की देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। गर्मी से बचाव के समुचित उपाय भी सुनिश्चित करने को कहा गया।
जनता से सीधा संवाद और प्रेरणा
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एवं सीडीओ ने क्षेत्रीय जनता से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। विद्यालय निरीक्षण के दौरान बच्चों से संवाद कर उन्हें प्रेरित किया गया। जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि जिले का कोई भी गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित न रहे और शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।” इस अवसर पर उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा, जल निगम के अधिशासी अभियंता अमित राजपूत, जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।