चंदौली। चहनियां क्षेत्र के कांवर स्थित सिद्धपीठ महड़ौरी देवी धाम में लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की तैयारी जोरों पर है। मंगलवार की सुबह इसके लिए कलश यात्रा निकाली गई। वहीं यज्ञ स्थल पर संतों और पीठाधीश्वरों के पहुंचने का क्रम भी शुरू हो गया है। यज्ञ स्थल पर पहुंचे कथा वाचक अनिरूद्धाचार्य जी महाराज ने श्रोताओं को कथा का रसपान कराया। उनकी कथा सुनकर भक्त भावविभोर हो गए।
सिद्धपीठ में चातुर्मास महायज्ञ में नौ कुंडीय मंडप तैयार किया गया है। इस मौके पर यज्ञस्थल से बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु गंगा नदी से कलश में जल भरी कर यज्ञ स्थल तक पहुंचे। कलश यात्रा में बैंडबाजे हाथी, घोड़े के साथ धार्मिक संगीत ने पूरे क्षेत्र का माहौल भक्ति में बना दिया। महायज्ञ का समापन 28 अक्टुबर को होगा। इस दौरान प्रतिदिन यज्ञ अनुष्ठान के साथ प्रवचन व अन्य धार्मिक कार्यक्रम यज्ञ समिति के तत्वावधान में आयोजित किया जाना है। इस महायज्ञ में कई पीठाधीश्वरों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। आयोजकों ने गोरखनाथ पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ को पांच दिवसीय महायज्ञ में आमंत्रित किया है। इसके अलावा रामलला तीर्थ क्षेत्र महंत नृत्य गोपाल दास, जगतगुरु रामानुजाचार्य संत राघवाचार्य श्रीधाम अयोध्या जी, स्वामी मिथिलेश नंदनी शरण वृंदावन, प्रेमभूषण महाराज, जगतगुरु रामानुजाचार्य संत श्रीधराचार्य महाराज प्रयाग आदि के आने का क्रम शुरू हो गया है। यज्ञ समिति के सदस्य ललन पांडेय, राधेश्याम सिंह, संदीप कुमार सिंह, गिरजेश सिंह, मुन्ना सिंह आदि की विशेष भूमिका रही।