fbpx
चंदौलीराजनीति

Chandauli News : केंद्रीय मंत्री का हर दांव पर रहा उल्टा, निशाने से चूक रहा हर तीर, कठिन नजर आ रही पनघट की डगर

चंदौली। निर्वाचन आयोग की ओर से जल्द ही लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसको लेकर बीजेपी जोर-शोर से तैयारी में जुट भी गई है। चंदौली लोकसभा सीट से सांसद व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय की साख भले ही संगठन और सरकार में अच्छी-खासी हो, लेकिन अपने संसदीय क्षेत्र में उनके हर दांव उल्टे पड़ रहे हैं। पिछले चुनावों में इसकी बानगी देखने को मिली। नगर निकाय चुनाव में चार में में दो प्रत्याशियों की हार, सकलडीहा विधानसभा से लगातार दो बार पराजय के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भी भाजपा की स्थिति को बेहतर नहीं कहा जा सकता। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव में भी राह आसान नहीं दिख रही।

 

इसमें संदेह नहीं कि डा. महेंद्रनाथ पांडेय का राजनीतिक कद बीजेपी में काफी ऊंचा है। प्रदेश अध्यक्ष रहते समय पूरे प्रदेश में तूती बोलती थी। भाजपा सरकार के दो कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री के पद पर आसीन हैं। हालांकि, चंदौली संसदीय क्षेत्र में उनका राजनीतिक दांव-पेंच काम नहीं आ रहा। उनकी सिफारिश पर संगठन ने सूर्यमुनी तिवारी को दो बार सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया। दोनों बार पार्टी को हार सामना करना पड़ा। पिछले 10 साल से सकलडीहा में सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव के काकस को पार्टी नहीं तोड़ पाई है। इसी तरह नगर निकाय चुनाव में भी चंदौली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पीडीडीयू नगर पालिका चेयरमैन और सदर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार चुनाव हार गए। नगर निकाय चुनाव में सांसद ने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जनसंपर्क कर वोट मांगा था। पार्टी से नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने उनके घर पहुंचे थे, लेकिन यह युक्ति काम नहीं आई। पंचायत चुनावों की बात करें तो जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भी संगठन की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। ऐसे में पार्टी को बार-बार राजनीतिक चोला बदलने वाले छत्रबली सिंह की शऱण लेनी पड़ी और पार्टी ने उनके प्रत्याशी को ही अपना उम्मीदवार घोषित कर अपनी लाज बचाई। संगठन ने इस बार डा. पांडेय की सहमति के बगैर पूर्व विधायक साधना सिंह को अपना राज्य सभा प्रत्याशी घोषित किया। पार्टी के इस कदम को साधना सिंह का टिकट कटने से नाराज राजपूत मतदाताओं को लोकसभा चुनाव से पहले अपने पाले में करने की कवायद के तौर पर भी देखा जा रहा है।

Back to top button