
चंदौली। पिछले दिनों मुख्य अग्निशमन अधिकारी कार्यालय के बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़वाने वाले शिकायतकर्ता ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मिलकर सीएफओ और उनके दफ्तर में व्याप्त भ्रष्टाचार से अवगत कराया। उन्होंने चंदौली सीएफओ रमाशंकर तिवारी पर भ्रष्टाचार से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है। डिप्टी सीएम की ओर से कार्रवाई का आश्वासन मिला।
शिकायतर्ता सोनभद्र जिले के घोरावल निवासी नीरज यादव ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि उन्होंने शहाबगंज में क्लिनिक खोलने को अग्निशमन विभाग की एनओसी के लिए आवेदन किया था। इसके लिए मुख्य अग्निशमन अधिकारी की ओर से पैसों की डिमांड की गई। वहीं क्लिनिक में अग्निशमन यंत्र लगवाने की बात कही गई थी। काफी अनुरोध के बाद 25 हजार रुपये पर मान गए और अपने दफ्तर के कर्मचारी को तत्काल पैसा देने के लिए कहा।
नीरज ने पैसे की व्यवस्था कर दो दिनों में देने की बात कही और पूरे मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम की वाराणसी शाखा में की। एंटी करप्शन टीम ने सीएफओ दफ्तर के कर्मी को घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। उस दौरान सीएफओ एसपी की मीटिंग में शामिल होने के लिए गए थे, वरना वे भी पकड़े जाते। नीरज ने आरोप लगाया कि विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के बाद पर सीएफओ की ओर से अवैध कमाई की जा रही है।
उन्होंने अपनी काली कमाई से काफी संपत्ति अर्जित कर ली है। परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर काफी संपत्तियां बनाई हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम से मांग किया कि उनके आरोपों की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए, ताकि जिले में चल रहा भ्रष्टाचार का यह खेल खत्म हो। डिप्टी सीएम की ओर से कार्रवाई का आश्वासन मिला।

