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Chandauli News : आधा दर्जन गांवों में फूंका गया चकिया एसडीएम का पुतला, जानिए किस बात को लेकर है नाराजगी

चंदौली। चकिया तहसील के गढ़वा गांव में विभिन्न मांगों को लेकर भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों का धरना व आमरण अनशन पिछले छह दिनों से जारी है। प्रशासन इसको लेकर संवेदनहीन बना हुआ है। अभी तक धरनास्थल पर धरनारत लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए मेडिकल टीम नहीं भेजी गई। इससे नाराज तहसील के शादीपुर, ताजपुर, गणवा, सवैया, लहुराडीह, बराव, जिगना समेत आधा दर्जन गांवों में एसडीएम का पुतला फूंका गया। इस दौरान तहसील प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आंदोलनकारियों ने मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी।

 

भाकपा (माले) नेताओं ने कहा कि शिकारगंज क्षेत्र के विकास से जुड़े तमाम सारे सवालों को लेकर 17 जनवरी को शुरू अनिश्चितकालीन धरना 23 मार्च को अनिश्चितकालीन आमरण अनशन में बदल गया। इसकी वजह यह रही की धरना स्थल पर दो बार उप जिलाधिकारी चकिया पहुंचे थे और अपने स्तर के सवालों को हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसडीएम का आश्वासन कोरा निकला। पिछले छह दिनों आमरन अनशन चल रहा है। भाकपा (माले) जिला स्थाई समिति सदस्य तथा चकिया ब्लाक सचिव विजयी राम अनशन पर बैठे हैं, लेकिन प्रशासन पूरी तरह से संवेदनहीन बना हुआ है। अभी तक धरनास्थल पर कोई मेडिकल टीम तक नहीं भेजी गई, ताकि उनके स्वास्थ्य की प्राथमिक जांच की जा सके।

 

पुतला दहन में भाकपा (माले) जिला कमेटी सदस्य पतालु गोंड, मुन्नी देवी, सूचित राम, सुनीता देवी, इंकलाबी नौजवान सभा जिला सह सचिव रमेश चौहान, विष्णु बनवासी, किसान महासभा नेता रामबली साहनी, युनुस सलीम सहित चकिया विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए।

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