
चंदौली। लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय दीनदयाल उपाध्याय नगर में जी 20के अंतर्गत राष्ट्रीय कैडेट कोर की ओर से गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मानव व जलीय जीवन पर प्लास्टिक के दुष्प्रभाव पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर डा. अमितेश ने कहा कि प्लास्टिक निर्माण के दौरान कई खतरनाक रसायन निकलते हैं, जिससे मनुष्य और साथ ही अन्य जानवरों में भी भयानक बीमारियां हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिको का मानना है कि जहां एल्युमीनियम को खत्म होने में पांच लाख वर्ष लगते हैं, वहीं प्लास्टिक को दस लाख वर्ष लगते हैं, इसलिए इसके इस्तेमाल को कम करने की जरूरत है। नालों में जाने वाले पालीथिन के थैले सीवरेज की निकासी को रोकते हैं जिससे गंदा पानी ठहरता है और इस ठहराव के कारण पर मच्छर आदि से विभिन्न बीमारियाँ फैलती हैं। इस अवसर पर छात्र छात्राओं को प्लास्टिक का उपयोग न करने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के अंत में पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैप्टन डा. कामेश सिंह ने किया।