
चंदौली। योगी सरकार का सख्त फरमान है कि सरकारी जमीनों को अतिक्रमणमुक्त कराया जाए। लेकिन सत्ता पक्ष के कुछ जनप्रतिनिधि शासन की मंशा के आगे जा जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जिले की चकिया नगर पंचायत में देखने को मिला। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा सरया ताल की सात बीघा जमीन अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर उसकी घेराबंदी करने पहुंचे को कुछ भाजपा नेताओं ने इसका विरोध किया। एसडीएम को रोक नहीं सके तो स्थानीय भाजपा विधायक शारदा प्रसाद को बुला लिया। विधायक ने भी एसडीएम पर काम रोकने का दबाव बनााया और मिल बैठकर बीच का रास्ता निकालने की बात कही। लेकिन अपने निर्णय पर अडिग एसडीएम ने विधायक की एक नहीं सुनी और सरकारी जमीन की घेराबंदी का कार्य मुकम्मल कराया। कुछ लोगों के विरोध को छोड़ दें तो एसडीएम के इस कार्य की काफी सराहना हुई।
नगर पंचायत चकिया अंतर्गत सरया ताल की सात बीघा जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था। इसपर आधा दर्जन अवैध निर्माण भी कराए जा चुके हैं। एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने चकिया में चार्ज संभालने के बाद से भी भू.माफियाओं और अतिक्रमणकारियों को निशाने पर लेना शुरू कर दिया। सरकारी जमीन पर काबिज कब्जाधारकों को नोटिस जारी कर कब्जा खाली करने को कहा गया। इसी क्रम में शुक्रवार को सरया ताल की सात बीघा जमीन की घेराबंदी शुरू करा दी। एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने खुद अभियान का नेतृत्व किया। विधायक सहित कुछ नेताओं ने काम रोकवाने की भरपूर कोशिश की लेकिन वे अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके और सरया ताल की जमीन प्रशासन ने अपने कब्जे में ले ली।