
चंदौली। अधिकारियों की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें ग्रामीण व शहरी निकायों में गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना, संचालन व आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित किए जाने के संबंध में चर्चा हुई। बेसहारा पशुओं के लिए भूसा संग्रहण की स्थिति खराब पाए जाने पर डीएम ने नाराजगी जताई। वहीं अधिकारियों को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया। साथ ही गोवंशों का सर्वे कराते हुए रिपोर्ट तलब की।
उन्होंने कहा कि गोवंश स्थलों का नियमित निरीक्षण करें। जो भी कमियां मिलें, उन्हें तत्काल पूरा कराया जाए। न्याय पंचायतवार नवीन गोवंश आश्रय स्थलों के निर्माण हेतु जमीन का चिह्नांकन कर लें। संबंधित एसडीएम व बीडीओ इसमें जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करें। पशुओं के लिए हरे चारे के लिए चिह्नित भूमि पर नेपियर घास, सूडान चरी की बुआई करें। ब्लाक स्तरीय बड़े गोवंश आश्रय स्थलों के निर्माण हेतु शासन के निर्देशानुसार जमीन की उपलब्धता हेतु आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के अंतर्गत समस्त लंबित भुगतानो को प्रत्येक दशा में 10 जुलाई तक करा दिए जाने का निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दिया। कहा कि बेसहारा पशुओं को पालने वाले लाभार्थियों को समय से भुगतान कराया जाए। काश्तकारों से भूसा दान प्राप्त कराने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए। पशु चिकित्साधिकारी नियमित रूप से गोवंश आश्रय स्थलों का भ्रमण करें। बीमार पशुओं के इलाज व दवाइयों का पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित रहे। पशुओं के लिए पर्याप्त चारा, पानी, शेड, सुरक्षा के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं मुकम्मल रहें। सीडीओ अजितेंद्र नारायण, सीवीओ डा. एके वैश्य के साथ ही विभागीय अधिकारी रहे।