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Chandauli News : मछली मंडी से व्यापार के लिए लेना होगा लाइसेंस, इस तिथि तक होंगे आवेदन

चंदौली। मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी में निर्माणाधीन देश की सबसे बड़ी मछली मंडी को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। यहां से व्यापार करने के लिए मत्स्यपालकों व मछली के कारोबारियों को लाइसेंस लेना होगा। इसके लिए 31 मार्च तक की तिथि निर्धारित की गई है। जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने इसको लेकर विभागीय अधिकारियों संग मीटिंग की। वहीं प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।

डीएम ने 27 फरवरी को नवीन मण्डी स्थल में निर्मित हो रहे मत्स्य मण्डी के संचालन हेतु आयोजित बैठक उप निदेशक (प्रशासन/विपणन), उप निदेशक (निर्माण), उप निदेशक (विद्युत/यांत्रिक) एवं सहायक निदेशक (मत्स्य) की उपस्थिति में सारी बातों पर चर्चा की। उन्होंने निर्देशित किया कि चन्दौली के मत्स्य पालकों व विक्रेताओं को मण्डी समिति से मछली के व्यापार हेतु लाइसेंस प्राप्त करने के लिए 31 मार्च 2024 तक आवेदन की तिथि निर्धारित कर आवेदन प्राप्त किए जाएं। इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। डीएम ने मण्डी स्थल में बन रहे मत्स्य मण्डी की दुकानों में एफपीओ व  सहकारिता के संगठन को आरक्षण दिये जाने तथा कोल्ड स्टोरेज के संचालन और नीलाम किए जाने की स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंडी के सारे सिविल कार्य जून 2024 तक व विद्युत व यांत्रिक का कार्य अगस्त 2024 तक हर हालत में पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर खास जोर दिया कि जो लोग मछली के व्यापार का लाइसेंस लेना चाहते हैं उनको यह सुविधा दी जानी चाहिए। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार मंडी समिति और मत्स्य विभाग से कराया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आगे आएं।

चंदौली में देश की सबसे बड़ी स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट का निर्माण हो रहा है। 61.87 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर की अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी बन रही है। इस मंडी के बनने से पूर्वांचल के मत्स्य पालन करने वालों की आय दोगुनी से भी ज़्यादा होगी। साथ ही 1500 से ज़्यादा लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। मछली से सम्बंधित सभी कारोबार एक छत के नीचे होगा। यहां फिश रेस्टोरेंट, प्रशिक्षण के लिए कांफ्रेंस हॉल, प्रोसेसिंग यूनिट समेत कई तरह की सुविधाएं होंगी। स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट का निर्माण लगभग 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है। जुलाई 2024 तक इसका निर्माण कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है।

 

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