
चंदौली। मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के हरिशंकरपुर गांव में निजी भूमि पर बाउंड्रीवाल निर्माण के दौरान हुए विवाद में पुलिस ने 15 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ गाली-गलौज, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग, सरकारी कार्य में बाधा डालने और रंगदारी मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार इसमें कई भू माफिया भी हैं, जिनके खिलाफ पहले भी गंभीर धाराओं मुकदमे दर्ज हैं। मुकदमा दर्ज होने से नाराज पूर्व विधायक बब्बन सिंह चौहान ने समर्थकों के साथ मुगलसराय एसडीएम अनुपम मिश्रा के आवास का घेराव किया और मुकदमे को गलत बताया। बब्बन चौहान सीओ से भिड़ गए। एसडीएम को लेकर अपशब्दों का भी प्रयोग किया। अलीनगर और मुगलसराय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गई।
एसडीएम ने कहा कि जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है, उनके खिलाफ पहले से भी कई गंभीर मामले दर्ज हैं और वे महिला की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे। आगे भी मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ये है मामला
मामला लखनऊ की इंदिरा नगर निवासी ऊषा देवी से जुड़ा है, जिन्होंने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि उनके पति ने 1990 में हरिशंकरपुर में एक भूखंड खरीदा था। 30 जुलाई को एसडीएम के आदेश पर नापी कराने और टूटी बाउंड्रीवाल की मरम्मत के लिए राजस्व टीम के साथ पहुंचीं, तो ओमप्रकाश गुप्ता, संतोष चौहान, विनोद यादव, आफताब अहमद, डब्लू और राजकुमार चौहान समेत अन्य लोगों ने विवाद किया, सामान उठा ले गए और दस लाख रुपये प्रति बिस्वा रंगदारी की मांग की।
12 अगस्त को ऊषा देवी और उनके पारिवारिक मित्र शमीम अख्तर दोबारा राजस्व टीम के साथ पहुंचे तो फिर विवाद हुआ और टीम के साथ दुर्व्यवहार कर सरकारी कार्य में बाधा डाली गई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने ओमप्रकाश सहित संतोष चौहान, विनोद यादव, आफताब अहमद, डब्लू, राजकुमार चौहान, मुलायम, विनय बाबा, बाबूलाल ठेकेदार, बबलू यादव, नत्थू यादव, धर्मवीर चौहान, रामधर चौहान, गुड्डू चौहान, धरमू समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।