
चंदौली। भारतीय रेल ने अमृत काल में अपने यात्रियों को आधुनिक और किफायती यात्रा का एक नया विकल्प दिया है – अमृत भारत एक्सप्रेस। यह ट्रेन न केवल सुविधाओं से लैस है बल्कि आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक भी है। वर्तमान में देश के विभिन्न रूटों पर 9 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो रहा है और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को ट्रेन के डीडीयू जंक्शन पहुंचने पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। वहीं मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल, रेलवे अधिकारियों व अन्य विशिष्टजनों ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में गया से दिल्ली जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले दरभंगा–आनंद विहार टर्मिनल, सहरसा–लोकमान्य तिलक टर्मिनस, राजेंद्रनगर टर्मिनल–नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी–आनंद विहार टर्मिनल, दरभंगा–गोमतीनगर, मालदा टाउन–गोमतीनगर, सीतामढ़ी–दिल्ली और मालदा टाउन–सर एम. विश्वेश्वरय्या टर्मिनल बेंगलुरु के बीच यह ट्रेनें पहले से चल रही हैं। जल्द ही सहरसा–अमृतसर, छपरा–दिल्ली और मुजफ्फरपुर–हैदराबाद रूट पर भी अमृत भारत एक्सप्रेस का परिचालन शुरू होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा था कि वंदे भारत और नमो भारत के बाद यह तीसरी आधुनिक ट्रेन है, जो भारतीय रेल को नई पहचान देगी। इन तीनों का “त्रिशक्ति रूप” देश के रेल नेटवर्क का कायाकल्प करने जा रहा है। तकनीकी दृष्टि से यह ट्रेन अत्यंत सुरक्षित है। इसमें कवच सुरक्षा प्रणाली, सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, क्रैश ट्यूब और EP-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम लगाए गए हैं, जिससे आपातकालीन स्थिति में तुरंत ब्रेक लग सके। सभी कोच पूरी तरह से सील्ड गैंगवे और वैक्यूम एवैक्यूएशन सिस्टम से युक्त हैं। खास बात यह है कि पहली बार नॉन-एसी कोच में फायर डिटेक्शन सिस्टम लगाया गया है। वहीं टॉकबैक यूनिट और गार्ड रूम में रिस्पॉन्स यूनिट सुरक्षा को और मजबूत करते हैं।
यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए कई नई सुविधाएँ जोड़ी गई हैं। सेमी-ऑटोमैटिक कपलर के कारण कोच जोड़ते समय झटका नहीं लगता, जबकि डिफॉर्मेशन ट्यूब दुर्घटना की स्थिति में झटके को कम कर देती है। पुश-पुल तकनीक ट्रेन की गति को बढ़ाने में मदद करती है। कोचों में यात्रियों की सुविधा के लिए फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल और बॉटल होल्डर, रेडियम फ्लोर स्ट्रिप्स, आरामदायक सीटें और बेहतर बर्थ की व्यवस्था की गई है। शौचालयों में इलेक्ट्रो-न्यूमेटिक फ्लशिंग सिस्टम, ऑटोमेटिक सोप डिस्पेंसर और फायर सप्रेशन सिस्टम दिए गए हैं। दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय बनाए गए हैं। साथ ही, हर यात्री को फास्ट चार्जिंग पोर्ट और भोजन के लिए पेन्ट्री कार की सुविधा उपलब्ध है।
किराए की दृष्टि से भी यह ट्रेन आम यात्रियों के लिए बेहद किफायती है। लगभग 1000 किलोमीटर की यात्रा केवल 450 रुपये में की जा सकती है। यही वजह है कि अमृत भारत एक्सप्रेस आधुनिक सुविधाओं और कम लागत की वजह से देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेनों में से एक बन रही है। यह ट्रेन भारतीय रेल के उस नए युग की परिचायक है, जो सुरक्षित, आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल यात्रा को आम जनता तक पहुंचाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।