
चंदौली। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि व रामधारी सिंह दिनकर सेवा समिति के सचिव मृत्युंजय सिंह दीपू ने बरहनी क्षेत्र पंचायत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने ब्लॉक में कराए गए विकास कार्यों का ब्योरा आरटीआई के तहत मांगा है। सवा साल में जवाब न मिलने पर शुक्रवार को जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया। सत्तापक्ष से ताल्लुक रखने वाले जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि के सवाल खड़े करने के बाद राजनीतिक हल्के में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
मृत्युंजय सिंह दीपू ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने बरहनी क्षेत्र पंचायत में कराये गए विकास कार्यों का विवरण जनसूचना के अधिकार के तहत मांगा था, लेकिन इसका जवाब आज तक नहीं मिला। यह नहीं बताया गया कि क्षेत्र पंचायत के जरिये कहां-कहां काम कराया गया है और किन-किन ठेकेदारों को पेमेंट हुआ है। सवा साल में जब इसकी जानकारी नहीं मिल सकी तो जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर अपनी बातें रखी।
उन्होंने कहा कि इसकी लड़ाई लंबी लड़ेंगे। हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे और इसका जवाब लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने मुझसे शिकायत किया कि कहीं काम हुआ है और कहीं नहीं हुआ है। इस पर जनसूचना के तहत जानकारी मांगी थी। मैं भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा रहा हूं, बल्कि जानकारी मांग रहा हूं। इसको लेकर लगभग पांच बार ब्लॉक कार्यालय में भी संपर्क किया था, लेकिन जानकारी नहीं दी गई।
बरहनी ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि महंत सिंह का सत्तापक्ष से जुड़ाव है। पहले सपा से घनिष्ठता रही, लेकिन सरकार बदली तो उन्होंने पाला भी बदल लिया। सत्तापक्ष से ही ताल्लुक रखने वाले मृत्युंजय सिंह दीपू ने क्षेत्र पंचायत के विकास कार्यों को ब्योरा मांगना शुरू कर दिया है। छह माह बाद पंचायत के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इसके तरह-तरह के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।

