
चंदौली। बरहनी ब्लॉक में शनिवार को आयोजित किसान महापंचायत में किसानों ने 6000 हेक्टेयर उपजाऊ जमीन को बचाने की मांग उठाई। इस अवसर पर किसानों ने सैयादराजा विधायक सुशील सिंह को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने गमले में धान का पौधा लगाकर उस पर “खतरे में धान का कटोरा” लिखते हुए विधायक को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
महापंचायत को संबोधित करते हुए विधायक सुशील सिंह ने किसानों को आश्वस्त किया कि वे किसानों “भाई और बेटा” हैं। किसानों की उपजाऊ जमीन किसी भी कीमत पर अधिग्रहण के लिए नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा सर्किल रेट पर किसानों का भला संभव ही नहीं है। सुशील सिंह ने मुख्यमंत्री से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश में बड़ी कंपनियां निवेश करना चाहती हैं, जिसके लिए चंदौली को उपयुक्त बताया जा रहा है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि पहाड़ी क्षेत्रों और कम उपजाऊ जमीन पर निवेश की दिशा में विचार होना चाहिए, न कि किसानों की उपजाऊ भूमि को छीनने का प्रयास।
विधायक ने कहा कि सर्वे का कार्य पूरे जनपद की चारों विधानसभा क्षेत्रों में हो रहा है, जबकि किसान बैठकें केवल बरहनी में की जा रही हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे विपक्ष की भावनात्मक राजनीति में न फंसे। सुशील सिंह ने पूर्ववर्ती सरकारों पर प्रहार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव सरकार में किसानों को मुआवजा नहीं मिला, जबकि योगी सरकार ने किसानों के हित में 250 करोड़ रुपये का मुआवजा दिलाया।
उन्होंने आगे कहा कि योगी सरकार ने किसानों की भलाई के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, जिनमें 39 करोड़ किसानों का कर्ज माफ और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं। सुशील सिंह ने किसानों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी तकलीफों को समझती है और उनकी जमीन किसी भी कीमत पर छीनी नहीं जाएगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय नारायण सिंह और संचालन रतन सिंह ने किया। इस दौरान किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष शिवबच्चन सिंह, तहसील अध्यक्ष सुमंत सिंह अन्ना सहित अनेक किसान नेता उपस्थित रहे।