
चंदौली। जिला योजना की बैठक में अतिपिछड़े जिले के विकास खाका तैयार हुआ। इस दौरान विभिन्न विभागों की ओर से प्रस्तुत किए गए 265.84 करोड़ धनराशि के परिव्यय का अनुमोदन किया गया। समाज कल्याण विभाग के राज्य मंत्री व जिले के प्रभारी संजीव गोंड ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रस्तुत किए गए सुझावों और मांगों पर त्वरित कार्रवाई अमल में लाएं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में 63.14 करोड़ की धनराशि का परिव्यय अनुसूचित जाति के कल्याण कार्यों हेतु अनुमोदित किया गया। जिला योजना के अंतर्गत प्रमुख विभागों कृषि विभाग के लिए 28 लाख, पशुपालन विभाग 479.79 लाख, दुग्ध विकास 512.10 लाख, वन 2039.68 लाख, मनरेगा 9795.34 लाख, राजकीय लघु सिचाई 422.60 लाख, लोक निर्माण विभाग/सड़क एवं पुल के लिए 2513.29 लाख, स्वास्थ्य विभाग 1490.00 लाख, ग्रामीण आवास 2860.00 लाख समेत अन्य विभागों की ओर से प्रस्तुत किए गए परिव्यय का अनुमोदन किया गया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और सदस्यों की ओर से उठाई गई क्षेत्रीय समस्याओं एवं दिए गए सुझावों पर अधिकारी त्वरित व प्रभारी कार्रवाई अमल में लाएं। सरकार से संचालित योजनाओं/कार्यक्रमों का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाए। जहां कहीं भी कमियां हैं अधिकारीगण उन्हें तत्काल ठीक कराएं। उन्होंने कहा कि कार्यो में शिथिलता या हीला-हवाली क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने प्रभारी मंत्री, जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। भरोसा दिलाया कि उनकी ओर से दिए गए सुझावों पर अमल किया जाएगा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा, विधायक कैलाश आचार्य, रमेश जायसवाल, प्रभु नारायण सिंह यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह, विधायक सैयादराजा के प्रतिनिधि, सीडीओ एसएन श्रीवास्तव, सीएमओ डा. वाईके राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।