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चंदौलीराज्य/जिला

जानिए कोविड वैक्सीन लगने के बाद कैसा है स्वास्थ्यकर्मियों का स्वास्थ्य, किसे लगा पहला डोज

 

चंदौली। दुनिया के सबसे अबूझ और खतरनाक वायरस कोविड की रोकथाम के लिए सबसे बड़ा टीकारण अभियान शनिवार को शुरू हुआ। सदर पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में जिले का पहला टीका फुटिया गांव की आशा कार्यकर्ता आशा देवी को लगाया गया। वहीं शहाबगंज में बसाढ़ी एएनएम सेंटर की एएनएम आलिया खातून को 11 बजे, नियामताबाद में कटरिया की आशा आभा देवी को 11.15 बजे और बरहनी पीएचसी में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रितेश कुमार को 11.30 बजे टीका लगा। शाम पांच बजे तक प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर 400 के सापेक्ष 287 लोगों का टीकाकरण हो सका। टीकाकरण कराने वालों को एईएफआई (एडवर्स इवेंट्स फालोइंग इम्यूनाइजेश) कक्ष में आधा घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया था। सबकुछ ठीकठाक रहने पर उन्हें छुट्टी दी गई।

टीकाकरण सूची के हिसाब से पहले स्वास्थ्य कर्मियों का मोबाइल जमा कराया गया। उसके बाद पहचान पत्र देखकर कक्ष में प्रवेश कराया गया। स्वास्थ्य विभाग से नामित एएनएम ने अस्पतालों में टीका लगाया। टीकाकरण को लेकर चारों पीएचसी पर दिन भर गहमागहमी का माहौल रहा। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी संबोधन सुना। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी समेत अन्य चिकित्साधिकारी केंद्रों पर बराबर चक्रमण करते रहे। एडिशनल सीएमओ डॉक्टर डीके सिंह ने बताया कि दूसरा टीका छह सप्ताह बाद लगेगा। इसको लेकर दो दिन पहले मोबाइल पर मैसेज जाएगा। निर्धारित तिथि पर टीकाकरण होगा। एसीएमओ ने बताया कि बोले, लोगों को अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। टीका से यदि कोई दिक्कत होती है तो टीकाकारण के पांच मिनट बाद प्रभाव दिखने लगता है। यह टीका असरदार और सुरक्षित है। कोरोना की इस स्थिति से देश को उबारेगा।

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