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चंदौली। लखीमपुर खीरी घटना को लेकर किसानों का आक्रोश अभी भी थमा नहीं है। किसान संगठनों ने शुक्रवार को देशभर में मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री का पुतला फूंकने का ऐलान किया था। एहतियात के तौर पर पुलिस ने किसान नेताओं को घरों में ही नजरबंद कर दिया। इसी क्रम में अलीनगर पुलिस ने किसान नेता केदार यादव को उनके घर पर ही नजरबंद रखा। हालांकि विजयदशमी को देखते हुए किसान संगठनों ने कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा कर दी।
लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री के पुत्र के वाहन से कुचलकर किसानों की मौत हो गई। घटना के बाद से ही किसान आंदोलित हैं और आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। शुक्रवार को किसानों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने का ऐलान किया था। किसानों ने इसकी पूरी तैयारी भी कर ली थी। लेकिन विजयदशमी को देखते हुए किसानों ने कार्यक्रम रद कर दिया। बावजूद इसके पुलिस ने किसान नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया। किसान नेता केदार यादव बसनी आवास पुलिस के पहरे में रहे। कहा कि तानाशाही सरकार किसानों की आवाज ही नहीं बल्कि किसानों को कुचलने का काम कर जघन्य अपराध कर रही है। देश के अन्नदाताओं की इस तरह से कुचलकर हत्या करना लोकतंत्र की हत्या है।