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चंदौलीः अरे! कबाड़ी को बेच दी परिषदीय स्कूल के बच्चों की किताबें, एसडीएम ने पकड़ी चोरी, जांच टीम गठित

चंदौली। खुली आंखों से देख लिजिए शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का हाल। नौनिहालों की किताबें कबाड़ की दुकानों पर बेची जा रही हैं। एसडीएम ने खुद विकास भवन के सामने कबाड़ की दुकान पर बेसिक शिक्षा परिषद की पुस्तकें देखीं तो चौंक पड़े। दुकानदार से पूछताछ की, तो किताबें बेचे जाने की जानकारी हुई। सूचना के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई। बीएसए समेत विभागीय अधिकारी-कर्मचारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और पुस्तकों को जब्त कर लिया। बीएसए ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। पुलिस ने वाहन चालक को पकड़ लिया है। उसके खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई हो रही है।

नए शिक्षा सत्र के लिए मुख्यालय से पुस्तकें बीआरसी को भेजी जा रही हैं। ठेकेदार वाहनों में लादकर किताबें बीआरसी तक पहुंचा रहे हैं। लेकिन बच्चों के भविष्य के साथ किस कदर खिलवाड़ किया जा रहा है इसकी चंदौली में देखने को मिली। मुख्यालय से सटे बिछिया कला गांव में कबाड़ी की दुकान पर एक-दो नहीं बल्कि बंडल बनाकर रखी गईं कई क्विंटल किताबें मिलीं। इसमें शैक्षिक सत्र 2020-21 व 2021-22 की किताबें शामिल हैं। कबाड़ की दुकान पर नए सत्र की किताबें मिलने से शिक्षा महकमे में खलबली मच गई है। एसडीएम की सूचना पर शिक्षा विभाग के अधिकारी पहुंचे और किताबें जब्त कर लीं। सीरियल नंबर से मिलानकर बताया कि उक्त किताबें धानापुर बीआरसी के लिए भेजी गई थीं। बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कबाड़ी की दुकान से जो किताबें मिली हैं, उसमे नए शैक्षणिक सत्र की किताबें भी शामिल हैं। उक्त पुस्तकें धानापुर बीआरसी भेजी गई थीं, लेकिन किस हाल में कबाड़ी के पास पहुंच गईं, इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। सदर, सकलडीहा व जिला मुख्यालय बीइओ को जांचकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है।

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