
चकिया। बबुरी पुलिस पर आरोप है कि उसने छेड़खानी की शिकार हुई युवती की फरियाद नहीं सुनी। आहत युवती अपने परिजनों के साथ मंगलवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी कार्यालय चकिया पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। बबुरी थाना प्रभारी ने आरोपों से साफ इंकार किया है।
बबुरी थाना क्षेत्र के कुर्थिया गांव निवासी युवती का आरोप है कि बीते 13 अगस्त की रात वह शौच के लिए खेत की तरफ गई तो गांव के ही एक युवक ने उसके साथ जोर-जबर्दस्ती की। वह जान बचाकर भागी तो ग्राम प्रधान और उनके कुछ समर्थकों ने भी उसे घर में खींचने की कोशिश की। शोर-शराबा सुनकर युवती का भाई आया और उसने विरोध किया तो दबंगों ने उसकी पिटाई कर दी। घटना के अगले दिन बबुरी थाने में प्रार्थना पत्र देने के लिए गई तो थाना प्रभारी ने उसे डांटकर भगा दिया। पुलिस परिजनों पर एकतरफा मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। युवती अपने परिवार के साथ सीओ कार्यालय पहुंची और तहरीर दी। इस बाबत बबुरी थाना प्रभारी का कहना है कि आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। इस बाबत युवकी या उसके परिवार का कोई सदस्य थाने पर प्रार्थना पत्र देने नहीं आया था। युवती के परिवार का ग्राम प्रधान से विवाद चल रहा है। मारपीट भी हो चुकी है।