
Chandauli News: यूपी पुलिस को हाईटेक बनाने के दावे रोज़ होते हैं, मगर ज़मीनी हकीकत चौंकाने वाली है। जनपद चंदौली के थानों में तैनात पुलिस अधिकारियों के सरकारी सीयूजी नंबर अक्सर नॉट रीचेबल या स्विच ऑफ रहते हैं।
न सिर्फ दूरदराज़ के थाना नौगढ़, चकरघट्टा बल्कि अलीनगर, बलुआ, कंदवा, धीना और बबुरी जैसे प्रमुख थानों के प्रभारी भी हमेशा सरकारी नंबर पर उपलब्ध नहीं रहते। शिकायतकर्ता बार-बार प्रयास करते हैं लेकिन “फोन नहीं लग रहा है” की समस्या आम हो चली है।
सबसे बड़ी परेशानी तब होती है जब लोगों को संबंधित प्रभारी का पर्सनल नंबर भी नहीं मिलता। कई बार पीड़ित या शिकायतकर्ता आपात स्थिति में भी मदद के लिए पुलिस से संपर्क नहीं कर पाते।
ऐसे में सवाल उठता है कि अगर सरकारी नंबर कभी उठता ही नहीं और पर्सनल नंबर तक पहुंच संभव नहीं, तो फिर जनता हाईटेक पुलिसिंग से कैसे लाभ लेगी?
अब ज़रूरत इस बात की है कि पुलिस कप्तान खुद इस गंभीर समस्या का संज्ञान लें और यह सुनिश्चित करें कि सभी थानों के सीयूजी नंबर 24×7 कार्यरत रहें ताकि जनसामान्य को पुलिस सेवा का वास्तविक लाभ मिल सके।
चंदौली के सुदूर ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या रहती है। बीएसएनल का नंबर कुछ जगहों पर बराबर काम नहीं करता। मुख्यालय को पत्राचार कर इस समस्या से अवगत कराया जाएगा। नंबरों को पोर्ट करने की मांग की जाएगी। आदित्य लांघे एसपी चंदौली