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चंदौलीः सीएम योगी की नाराजगी पड़ी भारी, इस बार मंत्री नहीं बने चंदौली के रहे प्रभारी

चंदौली। मिर्जापुर जिले के मड़िहान विधायक और पिछली सरकार में पांच साल ऊर्जा राज्य मंत्री रहे रमाशंकर सिंह पटेल को इस बार योगी सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। रमाशंकर पटेल चंदौली जिले के प्रभारी मंत्री भी थे। चुनाव से कुछ माह पहले चंदौली मेडिकल कालेज के शिलान्यास कार्यक्रम में आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने रमाशंकर पटेल को लेकर अपने इरादे उसी वक्त साफ कर दिए थे। सैयदराजा में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने प्रभारी मंत्री के हाथ से स्मृति चिन्ह नहीं लिया और उन्हें अपनी जगह जाकर बैठने को कहा। इस दौरान सीएम की नाराजगी साफ तौर पर देखने को मिली। यह खबर जंगल में लगी आग की तरह से फैली तो खुद तत्कालीन मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल को सामने आकर सफाई देनी पड़ी। मीडिया को बताया कि अत्यधिक व्यस्तता के चलते सीएम ने मंच पर उनसे स्मृति चिन्ह नहीं लिया। लेकिन कार्यक्रम समाप्त होने के बाद उन्होंने उनकी भेंट स्वीकार की।
बहरहाल चंदौली जिले का प्रभारी मंत्री रहते हुए रमाशंकर सिंह पटेल का रवैया भी ढीला-ढाला रहा। सत्तापक्ष के विधायक भी इन्हें पसंद नहीं करते थे। कई बैठकों और आयोजनों के दौरान कुछ विधायकों के साथ इनका मनमुटाव साफ तौर पर देखने को मिलता रहा। हालांकि रमाशंकर सिंह पटेल के मंत्री नहीं बनाए जाने के पीछे की दूसरी वजह मिर्जापुर सांसद अनुप्रिया पटेल के पति आशीष भी बने, जिन्हें इस बार मंत्रिमडल में जगह दी गई है।

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