
चंदौली। जिले को सीधे गाजीपुर जनपद से जोड़ने वाले नवनिर्मित पीपा पुल से सोमवार दोपहर आवागमन शुरू हो गया है। इससे चंदौली-गाजीपुर के बीच आवागमन सुगम होगा। वहीं कम समय में लोग गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। पीपा पुल से आवागमन शुरू होने से लोगों में खुशी है।

गंगा पर बना यह पीपा पुल मौसमी है, जिसे हर साल जलस्तर बढ़ने पर 15 जून से हटा दिया जाता है और स्थिति सामान्य होते ही 15 नवंबर के आसपास पुनः स्थापित किया जाता है। चार महीने तक पुल के बंद रहने के दौरान ग्रामीणों की सुविधा के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) नाव सेवा संचालित करता है, ताकि आवागमन पूरी तरह बाधित न हो। रामपुर मांझा, चौचकपुर, नंदगंज से लेकर गाजीपुर तक फैले तटवर्ती गांवों के लोग रोजगार, व्यापार, खेती-बाड़ी और शिक्षा के उद्देश्य से नियमित रूप से इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। विशेष रूप से छात्र इस पुल के माध्यम से रोजाना गाजीपुर पहुंचते हैं, जिसके चलते यह सड़क उनके दैनिक जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन चुकी है।
इस वर्ष निर्धारित तिथि से दो दिन बाद पुल तैयार हो सका। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, गंगा का जलस्तर सामान्य होने के बाद निर्माण दल ने तेजी से काम शुरू किया और कम से कम समय में पुल को दुरुस्त कर आवागमन के लिए तैयार किया। सोमवार दोपहर औपचारिक उद्घाटन के बाद वाहन और पैदल यात्रियों की आवाजाही आरंभ होते ही घाट क्षेत्रों में चहल-पहल लौट आई।
स्थानीय व्यापारियों ने पुल खुलने पर राहत व्यक्त करते हुए कहा कि अब गाजीपुर बाजार पहुंचना आसान हो जाएगा और परिवहन लागत भी कम होगी। छात्रों का कहना है कि दूरी घटने से समय की बचत होगी और आर्थिक बोझ भी कम पड़ेगा। वहीं, ग्रामीणों ने लंबे समय से चली आ रही स्थायी पुल की मांग एक बार फिर दोहराई। उनका कहना है कि पीपा पुल भले ही सुविधा देता है, लेकिन हर वर्ष उसे हटाने और लगाने की प्रक्रिया से लोगों को असुविधा झेलनी पड़ती है।

