
चंदौली। जिले में पिछले 24 घंटे में 125 मिमी से अधिक बारिश हुई। इससे गांवों के साथ ही शहर पानी-पानी हो गए। बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। इससे चंद्रप्रभा, मूसाखाड़ और तलीफशाह बीयर से नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे जिले की तीनों प्रमुख कर्मनाशा, चंद्रप्रभा और गरई नदियां उफान पर हैं। सड़कों और पुलों पर पानी चल रहा है। ऐसे में चकिया-पीडीडीयू नगर मार्ग पर रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को भारी बारिश के आसार जताए हैं।
दर्जनों गांव जलमग्न
ग्राम ददरा, कैथी, मुजफ्फरपुर, चितौरी और नौगढ़ डैम के आसपास के गांवों में पानी भर जाने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ददरा गांव पूरी तरह से पानी से घिर चुका है, जिससे लोगों को घरों से निकलना तक मुश्किल हो गया है। वहीं चकिया-पीडीडीयू नगर मार्ग पर स्थित बबुरी पुल पर नदी का पानी ऊपर से बहने लगा है, जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से इस मार्ग को बंद कर दिया है। वहीं पीडीडीयू नगर, चंदौली समेत नगरीय इलाकों में कॉलोनियां और निचले इलाकों में पानी भर गया है। इससे परेशानी बढ़ गई है।

रूट डायवर्जन लागू
पुलिस के अनुसार, रूट डायवर्जन प्रभावी किया गया है, जो स्थिति सामान्य होने तक जारी रहेगा। नए ट्रैफिक प्लान के तहत गोधना चौराहा से किसी भी प्रकार का वाहन भारी वाहन, मालवाहक, चारपहिया, ऑटो या दोपहिया—बबुरी होते हुए चकिया की ओर नहीं जाएगा। इसी तरह, चकिया से आने वाले वाहन गौडिहार चौराहा से जिवनाथपुर, पटनवां और टेंगरा मोड़ होते हुए वाराणसी या मुगलसराय की ओर भेजे जा रहे हैं।

बांधों से छोड़ा गया पानी
चंद्रप्रभा, मूसाखाड़ और लतीफशाह बीयर से कर्मनाशा, चंद्रप्रभा और मिर्जापुर से गरई नदी में पानी छोड़े जाने से नदियां जलमग्न हैं। बबुरी पुल पर पानी बह रहा है। वहीं छलका में भी पानी भर गया है। इससे चकिया-पीडीडीयू नगर मार्ग पर पुलिस ने रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। मुसाखाड़ बांध का आठवां गेट भी खोल दिया गया है। प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों से नदियों के किनारे न जाने और सतर्क रहने की अपील की है।

बारिश से धराशायी हुआ कच्चा मकान
इधर, चहनियां ब्लॉक के कैथी गांव में तेज बारिश और आंधी के चलते कई मकान गिर गए। रामदरश यादव का कच्चा मकान रात में ढह गया, हालांकि समय रहते परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित बाहर निकल आए। ग्रामीणों के मुताबिक, भारी बारिश के कारण कई घरों में दरारें पड़ गई हैं और लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं।

नगर पंचायत, नगर पालिका, पुलिस और प्रशासन की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और निगरानी कार्य में जुटी हैं। जलभराव वाले इलाकों में नावों और ट्रैक्टरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बबुरी, चकिया और आसपास के इलाकों में तीन दिनों तक सख्त रूट डायवर्जन लागू रहेगा। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि अगर बारिश जारी रही तो राहत शिविर सक्रिय किए जाएंगे और प्रभावित परिवारों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					

