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Chandauli News : डीडीयू जंक्शन पर 6 बच्चे बरामद, बिहार से खिलौना फैक्ट्री में काम कराने दिल्ली ले जा रहा था युवक, विधिक कार्रवाई में जुटी पुलिस

चंदौली। आरपीएफ डीडीयू ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए छह नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी के चंगुल से मुक्त कराया और एक तस्कर को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई बुधवार को प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में बचपन बचाओ आंदोलन की प्रतिनिधि चंदा गुप्ता और चाइल्ड हेल्प डेस्क की टीम के सहयोग से की गई। आरपीएफ ने आरोपी को विधिक कार्रवाई के लिए मुगलसराय पुलिस को सुपुर्द कर दिया।

 

गाड़ी संख्या 12487 सीमांचल एक्सप्रेस (जोगबनी-आनंद विहार) प्लेटफार्म संख्या 6 पर पहुंचने के बाद जांच की गई। इसी दौरान जनरल कोच में छह नाबालिग बच्चों को डरे-सहमे हालात में पाया गया। उनके साथ एक संदिग्ध व्यक्ति भी था, जिसे पूछताछ के लिए आरपीएफ पोस्ट डीडीयू लाया गया।

 

जांच में पता चला कि आरोपी की पहचान मोहम्मद मोसब्बिर आलम (30 वर्ष), निवासी अररिया, बिहार के रूप में हुई। उसने स्वीकार किया कि सभी बच्चों को अररिया से दिल्ली की एक खिलौना कंपनी में मजदूरी कराने के लिए ले जाया जा रहा था। बच्चों ने भी पूछताछ में बताया कि उनसे 12 घंटे काम कराकर मात्र 7 से 8 हजार रुपये मासिक मजदूरी दी जाती। ट्रेन का किराया और यात्रा का खर्च भी आरोपी ने उठाया था।

 

रेस्क्यू किए गए बच्चों की पहचान मोहम्मद आसिफ आलम (13), मोहम्मद परवेज (14), शाहनवाज (17), शाहबाज (14), ग़ालिब (14) और मोहम्मद राशिद (14) सभी निवासी अररिया, बिहार के रूप में हुई। सभी बच्चों को सुरक्षित चाइल्ड हेल्प डेस्क को सुपुर्द कर आगे की कार्रवाई शुरू की गई। वहीं आरोपी मोसब्बिर आलम को बाल मजदूरी और बाल तस्करी के मामले में विधिक कार्रवाई हेतु कोतवाली मुगलसराय पुलिस को सौंप दिया गया है।

 

इस संयुक्त अभियान में आरपीएफ उप निरीक्षक विजय बहादुर राम, आरक्षी दीपक सिंह, बृजेश सिंह, संतोष त्रिपाठी, अशोक यादव, सीआईबी के प्रधान आरक्षी विनोद यादव, बचपन बचाओ आंदोलन की चंदा गुप्ता और चाइल्ड हेल्प डेस्क के सुजीत कुमार सहित अन्य लोग शामिल रहे।

 

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