चंदौली। लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में चंदौली की जनता सबसे जागरूक निकली। पूर्वी यूपी की 13 लोकसभा सीटों में चंदौली में सबसे अधिक मतदान हुआ। सुबह 7 से शाम 6 बजे तक 60.34 प्रतिशत वोटिंग हुई, जबकि महाराजगंज लोकसभा सीट 60.08 प्रतिशत वोटिंग के साथ दूसरे स्थान पर रही।
जनपद में सुबह से मतदान को लेकर उत्साह रहा। सात बजे वोटिंग शुरू होने से पहले ही कई बूथों पर मतदाता पहुंचकर लाइन में लग गए। वहीं दिन चढ़ने के साथ मतदाताओं की तादाद बूथों पर बढ़ती गई। बदली के कारण दोपहर में भी लाइन नहीं टूटी। इसका नतीजा रहा कि शाम 6 बजे तक चंदौली लोकसभा सीट पर 60.34 प्रतिशत मतदान हुआ।
दूसरे नंबर पर महाराजगंज में 60.08 फीसद वोटिंग हुई। वहीं वाराणसी में 56.35, गोरखपुर में 54.69, कुशीनगर में 57.29, देवरिया में 55.30, बांसगांव में 51.59, घोसी 54.87, सलेमपुर 51.25, बलिया में 51.84, गाजीपुर 55.21, रावर्ट्सगंज 55.92 और मिर्जापुर में 57.72 प्रतिशत वोटिंग हुई।
पिछड़ गया पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र
देश की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी काशी लोकतंत्र के महापर्व में पीछे रही। काशीवासियों ने मतदान में उतनी रुचि नहीं दिखाई। इसकी वजह से यहां सिर्फ 56.35 मतदान हुआ। बूथों पर तमाम इंतजाम व सुविधाओं के बावजूद मतदाता नहीं पहुंचे। यहां शहरी इलाकों की बजाय ग्रामीण इलाके के बूथों पर मतदाताओं में उत्साह दिखा।