
चंदौली। पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मंगलवार को पुलिस लाइन में आयोजित समारोह में कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों के बलिदान को याद किया गया। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे सहित वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने दो मिनट का मौन रखकर और पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
एसपी ने शहीद पुलिसकर्मियों की वीरगाथा सुनाते हुए कहा कि मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले इन वीरों का बलिदान पुलिस बल के प्रत्येक सदस्य के लिए प्रेरणास्रोत है। जिन बहादुरों ने अपने कर्तव्य के निर्वहन में प्राणों की आहुति दी, वे सच्चे अर्थों में देश के रक्षक हैं। उनका यह बलिदान हम सभी को अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान, समर्पित और ईमानदार रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे अपने कार्य को मन, वचन और कर्म से पूर्ण ईमानदारी व निष्ठा के साथ करें और शहीदों के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें।
1 सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025 तक की अवधि में पूरे देश में कर्तव्य पथ पर 186 पुलिसकर्मियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए। इनमें उत्तर प्रदेश के तीन वीर पुलिसजन निरीक्षक (दलनायक) सुनील कुमार, मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह और आरक्षी सौरभ कुमार शामिल हैं, जिनके अदम्य साहस और बलिदान से प्रदेश पुलिस बल गौरवान्वित है।
पुलिस स्मृति दिवस की शुरुआत 21 अक्टूबर 1959 को हुई थी, जब लद्दाख के हॉटस्प्रिंग क्षेत्र में 10 वीर सीआरपीएफ जवानों ने चीनी सैनिकों के हमले का मुकाबला करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। तभी से यह दिवस हर वर्ष शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति और उनके बलिदान के सम्मान में मनाया जाता है। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक सदर अनंत चंद्रशेखर, क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारीगण तथा पुलिस कार्यालय व लाइन में तैनात अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

