
चंदौली। दवा कारोबारी रोहिताश पाल हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस अभी तक शूटरों तक नहीं पहुंच पाई है। हालांकि साजिशकर्ता के तौर पर वाराणसी के भानू जायसवाल, मुगलसराय के ओमप्रकाश जायसवाल और मनोज जायसवाल को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस भानू को पूरे मामले का मास्टरमाइंड बता रही है। जबकि ओमप्रकाश और मनोज ने उसका साथ दिया था। अभियुक्तों की आपराधिक कुंडली भी खंगाली जा रही है। जायसवाल समाज गिरफ्तारी का विरोध कर रहा है और ओमप्रकाश तथा मनोज को बेकसूर बता रहा है।
ओमप्रकाश जायसवाल पर दर्ज हैं हत्या सहित कई गंभीर मामले
दवा कारोबारी रोहिताश पाल उर्फ रोमी हत्याकांड से नाम जुड़ने के बाद जब पुलिस ने ओमप्रकाश जायसवाल की आपराधिक कुंडली खंगालनी शुरू की तो चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं। पिछले कई वर्षों से जायसवाल स्कूल का प्रबंधन देख रहे 65 वर्षीय ओमप्रकाश जायसवाल पर हत्या सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं और पहले भी जेल जा चुका है। सभी मामले मुगलसराय कोतवाली में ही लिखे गए हैं। हत्या का पहला मामला वर्ष 1976 में दर्ज हुआ था जब चंदौली वाराणसी जिले का अंग था। ओमप्रकाश पर इसी वर्ष मारपीट का भी मामला दर्ज किया गया। इसके बाद 1979 में जुआ एक्ट के तहत एक और केस दर्ज हुआ। वर्ष 1995 दहेज प्रताड़ना का मुकदमा भी ओमप्रकाश के खिलाफ लिखा गया। हालांकि अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया है वहीं पुलिस सबूत इकट्ठा करने में जुटी है।

