
चंदौली। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “Viksit Uttar Pradesh 2047” के तहत प्रदेश में आधुनिक और सुरक्षित परिवहन अवसंरचना के विकास को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी क्रम में चंदौली जिले में प्रस्तावित आधुनिक बस स्टेशन एवं बस डिपो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। UPSRTC के प्रबंध निदेशक, प्रभु एन सिंह (IAS) ने गुरुवार की शाम चंदौली बस स्टेशन/डिपो परियोजना स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया और DPR के ड्राफ्ट डिजाइन को प्राथमिक स्वीकृति प्रदान की।

अधिकारियों के अनुसार यह DPR परिवहन मंत्री दाया शंकर सिंह व उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। इसमें साफ-सफाई, आधुनिक सुविधाएं, इलेक्ट्रिक बस-फ्रेंडली सिस्टम और सुरक्षा को सर्वोपरि रखा गया है। परियोजना का उद्देश्य चंदौली जिले को एक उच्च गुणवत्ता वाला, तकनीकी रूप से उन्नत एवं यात्री अनुकूल बस स्टेशन प्रदान करना है, ताकि जिले और आसपास के क्षेत्रों में बेहतर सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध कराया जा सके।

परियोजना के मुख्य बिंदुओं के अनुसार कुल 4.17 एकड़ भूमि पर बस स्टेशन विकसित होगा और लगभग 3,438 वर्ग मीटर क्षेत्रों में आधुनिक बिल्डिंग तथा संचालन सुविधाएं निर्मित होंगी। प्रतिदिन लगभग 4,500 यात्रियों की आवाजाही क्षमता और 120 बसों की दैनिक संचालन योजना इसे जिले का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक बस स्टेशन बनाएगी। परियोजना में 16 बस बे, 22 पार्किंग स्लॉट, EV बस पार्किंग, वर्कशॉप यूनिट, वॉशिंग स्टेशन, फ्लोर स्टेशन सहित कई तकनीकी सुविधाएं शामिल हैं।

MD UPSRTC ने निरीक्षण के दौरान प्रवेश-निकास व्यवस्था, सुरक्षा, ग्रीन एरिया, यात्री प्रतीक्षालय और बस संचालन क्षमता को और बेहतर बनाने के सुझाव दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि संशोधित और अंतिम DPR एक सप्ताह के भीतर UPSRTC को सौंपी जाए, ताकि इसे शासन से अनुमोदन कर निविदा की प्रक्रिया शुरू की जा सके। साथ ही यह भी कहा गया कि परियोजना लागत को यथासंभव कम रखा जाए और भविष्य में रख-रखाव का खर्च भी न्यूनतम हो।
आधुनिक डिजाइन, बेहतर सुरक्षा और यात्री-अनुकूल सुविधाओं से युक्त यह बस स्टेशन चंदौली में परिवहन व्यवस्था को नई दिशा देगा और जिले की कनेक्टिविटी को अत्यधिक मजबूत करेगा।

