
चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के बलुआ निवासी मछुआरे की नौका में शरारती तत्वों ने आग लगा दी। घटना में पीड़ित मछुआरे को हजारों रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित सत्येंद्र निषाद पुत्र स्वर्गीय भरत निषाद की लकड़ी की नौका, महाजाल और मछली पकड़ने का अन्य सामान पूरी तरह जलकर राख हो गई। घटना के बाद गरीब मछुआरे के परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
भुक्तभोगी सत्येंद्र निषाद के अनुसार, वह प्रतिदिन की तरह गंगा नदी में मछली पकड़ने के बाद शाम को अपनी नौका को गंगा किनारे बांधकर घर चला गया था। बीती रात लगभग तीन बजे अज्ञात लोगों ने नौका में आग लगा दी और उसे जलती अवस्था में गंगा की बीच धारा में बहा दिया। कुछ समय बाद जब घाट पर लोगों की आवाजाही हुई तो उन्होंने नौका को जलते हुए देखा और तत्काल इसकी सूचना सत्येंद्र को दी।
सूचना मिलते ही सत्येंद्र अपने सहयोगी निषाद मित्रों के साथ मौके पर पहुंचा। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों के सहयोग से जलती नौका को किसी तरह किनारे लाया गया, लेकिन तब तक नौका और उसमें रखा सारा सामान जल चुका था। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों से निषाद समाज के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
घटना के बाद निषाद समाज में भय का माहौल व्याप्त है। लोगों का कहना है कि जब एक मछुआरे के साथ ऐसी घटना हो सकती है, तो भविष्य में किसी और के साथ भी ऐसा हो सकता है। पीड़ित सत्येंद्र निषाद चार भाइयों और एक वृद्ध माता के साथ रहता है और मछली पकड़कर ही पूरे परिवार का भरण-पोषण करता है। नौका और जाल जल जाने से उसके सामने रोजी-रोटी का गंभीर संकट खड़ा हो गया है।
पीड़ित ने तत्काल 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल में जुट गई है। सत्येंद्र निषाद ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और आर्थिक सहायता की मांग की है। मौके पर सुधीर निषाद, जीवन निषाद, रवि निषाद, छोटू निषाद, सर्वजीत निषाद, अंगद निषाद, शंकर सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।

